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अश्लिल नृत्य, अभिनय पर विवाद किए आवश्यक?

जाहि कारण अइ गायिका एवं कलाकारसभ पर बहुत रास नाकारात्मक कमेन्ट, गाली-गलौज धरि सोसल-मीडियासब पर होइत आबि रहल देखल जाइ छै।

जे किछु कहल जाऊ … मुदा, सम्भवतः सुनियोजित रूपेँ खण्डित कएल गेल मिथिला होई आ की नेपाल, भारत लगायत संसार भरि कलाक नाम पर अश्लीलता आ एकर व्यापार आ लाभक बारेमे समय-समय पर विवाद एवं आलोचना होइत आबि रहल छै। एखुनका समय इन्टरनेट एवं सामाजिक सञ्जालक छै, तेँ युट्युब, इन्स्टाग्राम, एक्स, फेसबुक सभ पर कलाकार एवं तथाकथित कलाकारसभक कला, लोकप्रियता आ कलाक नाम पर कम्मे समयमे बेसी पैसा कमाए के लेल अश्लील गीत-संगीत पर कएल जायबला अनावश्यक, अर्धनग्नतापूर्ण एवं उत्तेजक नृत्यक चर्चा, आ चर्चा सऽ उठल वाद-विवाद, गाली-गलौज सेहो होएबे करैत छै, एहिमे आश्चर्यक कोनो बात नइँ।

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मुदा, अइ तरहक नृत्य आ कार्यक्रम देखऽबला युवा आ लोकक कमी सेहो नइँ छै। आ जखन एहन कार्यक्रम विदेशमे आयोजन होइ छै …, तखन त नेपालसँ कमाए के लेल गेल किछु युवासभ हजारक हजार आँखि मुनि कऽ लुटा दैत छै।

मुदा, की अर्धनग्नतापूर्ण-उत्तेजक-नृत्यबला कार्यक्रम मात्रे मिथिलाक किछु कलाकारसब करैत छथि की ? नइँ, एहि तरहक काज आ कार्यक्रम स्वयंकेँ लोकगायिका कहाबबाली नेपालक ज्योति मगर, सरस्वती लामा सऽ लऽ कऽ पश्चिमी देशक ब्रिटनी स्पीयर्स, जेनीफर लोपेज, माइली साइरस, बियोन्से नोलेश, किम कार्दशियन लगायत बहुत रास छोट-पैघ गायिका एवं कलाकारसब करैत आबि रहल उदाहरणीय छथि। हिन्दी फिल्ममे काज कएनिहार गायिका एवं कलाकारसब सेहो एहन काज एवं पेशामे बहुत आगा छथि।

ज्योति मगर अपन लोकप्रिय गीत ‘ढाडे बिरालो‘ नामक गीतमे एकदम्मे अश्लीलतापूर्ण अभिनय कएने छथि।
४३ सालक गायिका एवं अभिनेत्री ब्रिटनी स्पीयर्स अपन नग्न तस्वीर स्वयं पोस्ट कएने छथि। पप गायिका माइली साइरस अन्तरंग सम्बन्ध जकाँ अभिनय करैत स्टेज कार्यक्रम प्रस्तुत कएने छथि। कतेक उदाहरण देल जाय ? हिनकर सभक अइ तरहक कार्यक्रम आ विवाद बराबर चलिते रहै छै।

मुदा, मिथिलाक किछु गायिका ओ कलाकारसभक अर्धनग्नतापूर्ण उत्तेजक नृत्य, चाहे ओ अपने मिथिला हो, आ की देश-विदेशमे करैत हो। अधिकांश लोक एवं दर्शकसभकेँ नहिए पचैत छनि। जाहि कारण एहि गायिका एवं कलाकारसभ पर बहुत रास नाकारात्मक कमेन्ट, गाली-गलौज धरि सोसल-मीडियासब पर होइत आबि रहल देखल जाइ छै।

एहने सन विवाद, गाली-गलौज एवं चर्चाक आगि मैथिली संस्कृति एवं कार्यक्रमक नाम पर अश्लील गीत-संगीत पर अर्धनग्नतापूर्ण उत्तेजक नृत्य एवं कार्यक्रम कएने कहैत लक्ष्मी (सामाजिक जागरण अभियन्ता), एवं कलाकारद्वय निरूता साह आ प्रिती पासवानक बीचमे पसरल अछि। आ अइ विवादक पसरल आगिमे हिनकर सभक समर्थक बिच सेहो भद्दा, घृणित कमेन्ट एवं गाली-गलौज समेत भऽ रहल छै। जे की बहुत दुखद आ घृणित बात छै सबगोटेके लेल।

लक्ष्मी जी एकटा सामाजिक कार्यकर्ता छथि, जे स्वयंकेँ राजनीति सऽ पृथक राखि किछु सचेत युवासभ एवं “हिन्दू सम्राट सेना“क सहकार्यमे सामाजिक सचेतनाक अभियान चला रहल छथि, तथा मिथिला कला एवं मैथिली संस्कृतिक नाम पर कएल जाएबला उच्छृंखल कार्यक्रमक विरोध सेहो अपन तर्कक माध्यमसँ करै छथि। एहने सन विरोध सोसल मीडियाक माध्यमसँ लक्ष्मी द्वारा नृत्य कलाकारद्वय निरूता साह आ प्रिती पासवानक कार्यक्रमकेँ कएल गेल, जे विदेशी भुमी पर आयोजित कएल गेल छल। मुदा, लक्ष्मी जीक विरोधकेँ निरूता साह ओ प्रिती पासवान द्वारा सहजतापूर्वक नइँ लेल गेलै आ निम्न स्तरक भाषाक प्रयोग कऽ लक्ष्मी जीकेँ प्रतिकार स्वरूपेँ जवाब देल गेलै। एहि कारणेँ हिनकर सभक समर्थक एवं फैनसब सेहो एक-दोसर पर बहुत भद्दा आ घृणित कमेन्ट एवं गाली-गलौज फेक रहल छथि। ओना, लक्ष्मी जी सेहो पहिने अभिनय कलासँ जुटल रहथि, जाहि अभिनयक किछु भिडियो सोसल मीडिया पर देखल जा सकैछ। ओ कहियो-काल किछु असहाय एवं पिड़ितसभकेँ विभिन्न तरहेँ सहयोग करैत सेहो देखल जाइत छथि। मुदा, लक्ष्मी जी सेहो अपन शब्द पर संयम राखब अति आवश्यक छनि।

मिथिला – मधेश – नेपालक कलाकार बेटीसभक उचित शब्दमे कएल जायबला कटु आलोचना हिनकासबकेँ नीक काज करबाक लेल अभिप्रेरित करतनि, एहि बात पर ध्यान देब आवश्यक मात्रे नइँ दायित्वबोध करब अति आवश्यक छै। अपने घर-समाजसँ प्रताड़ित मनुक्ख विरोधी सभक षड्यंत्रमे पड़ि आओर बहुत गलत काजक सिकार भेल उदाहरण व्याप्त छै। तेँ, अपन समाज-देशक कलाकार बेटी सभक कटु आलोचना करितोमे सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं सम्बन्ध राखब अति आवश्यक छै।

मिथिला – मधेशक गाम-गाममे समेत हिन्दू धर्म आ (सनातन एवं सनातनी) धर्मावलंबीसभ पर सेहो आन धर्म-मजहबक किछु अतार्किक एवं अव्यवहारिक लोक द्वारा विभिन्न स्तर पर विभिन्न तरहेँ आक्रमण एवं विभिन्न प्रलोभन ओ झूठक आधार पर धर्मान्तरण कराओल जा रहल छै। मुदा, पढ़ल-लिखल शिक्षित वर्ग एहि विषयमे मौन सधने छथि। एहि मौनताक कारण मुख्यतः इहो भऽ सकैछ जे अतार्किक, अव्यवहारिक, मूर्खतापूर्ण बात-व्यवहारबला लोकके कहलो की जाय ? मुदा, एहि विषयसभक बारेमे हिन्दू धर्मावलंबीसभकेँ सचेत करा रहल छथि लक्ष्मी, किछु सजग युवासभ आ हिन्दू सम्राट सेनाक सहयोगमे, जे सर्वथा आवश्यक आ सराहनीय काज छै। एहि बात ओ काज पर समाजक सब वर्ग एवं समुदायक ध्यान जयबाक आवश्यक छै।

दोसर तरफ छथि – निरूता साह आ प्रिती पासवान। एकटा नर्तकी ओ कलाकार। इहोसब मिथिलाके बेटी छथि। सुन्दर छथि, प्रतिभावान छथि, जे लोकप्रियताक संगहि आर्थिक रूपेँ स्वयंकेँ समृद्ध कऽ सकैत छथि।

मुदा, एकटा कलाकार आ ओकर मात्रे कलाकारीता नइँ की अपितु ओकर व्यक्तिगत, नीक एवं उचित बात – विचार – व्यवहार समेत सम्बन्धित समाज – राज्यक लेल बहुत महत्वपूर्ण ओ आवश्यक होइ छै। मिथिलाक इ कलाकार बेटीद्वय निरूता आ प्रिती जीकेँ ई बातसब बुझबाक अति आवश्यक छै की ओ स्वयंकेँ कतऽ देखऽ चाहै छथि ?

कलाकारीता पेशाकेँ नीरन्तरता दैत मिथिला – मैथिली भाषा, साहित्य, गीत-संगीत-नृत्यक विधाकेँ आओर विकसित करैत आदर ओ गरिमायुक्त स्थान पर पहुंचा कऽ नाम आ अर्थ दूनू आर्जन करऽ चाहै छथि, आ की क्षणिक लाभ ओ निम्न स्तरक लोकप्रियताक लेल मूर्खतापूर्ण स्टंटबाजी ??

नृत्य ओ कलाकारीता पेशामे रहैत निरूता जीकेँ व्यवहारीक रूपेँ बहुत किछु सिखबाक-बुझबाक अति आवश्यक छै। ओ हिनका स्वयंके लेल मात्रे नइँ की आम लोकक मिथिला-मैथिलीक लेल सेहो अति आवश्यक छै। मिथिलाक कोनो मैथिलीभाषी ई नइँ चाहतै जे मिथिलाक एकटा सुन्दर ओ प्रतिभाशाली बेटी क्षणिक लाभ ओ निम्न स्तरक लोकप्रियताक लेल निम्न स्तरक बात-विचार आ व्यवहार करै, आ बेकारक विवादमे पड़ि परेशानी आ डिप्रेशन झेलै। बहुत प्रतिभाशाली एवं सामर्थ्यवान कलाकारसब बादमे एहि तरहक किरदानीसँ परेशान भऽ आत्महत्या धरि कऽ लैत छै। मुदा, एहि मामलामे दक्षिण भारतक तमिल, तेलुगू, कन्नड आदि भाषा ओ राज्यक नर्तकी ओ कलाकारसब बहुत सजग, उदाहरणीय ओ गौरव करबाक लायक छथि। किछो भऽ जाओ मुदा, अपन मातृभाषा, मातृभूमिक गीत-संगीत-नृत्य आदिक मामलामे तथाकथित बलिवुडक किछु लोक एवं कलाकारक दूषित मानसिक ओ बौद्धिक आतंकवाद (जे अपन भाषा, साहित्य संस्कृति, गीत-संगीत-नृत्य आदि सभकेँ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूपेँ अपने सऽ घृणित ओ नष्ट करैत हो) क सिकार नइँ होइत छथि।

हमरा सभक समाजमे सेहो बहुत कम मुदा बहुत महत्वपूर्ण काज कएनिहार किछु सामर्थ्यवान ओ प्रतिभाशाली कलाकार एवं सृजनकर्ता सब छथि। उदाहरणक लेल सरिता साह ओ सुनीता पासवान जीक नाम लेल जा सकैछ।

सरिता जी एखन धरि बारह टा सँ बेसी नाटकमे काज कऽ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर धरि पहुंचल छथि। ‘ढकियामे नागरिकता’, “लु”, ‘काशीदेवी र शहादत’, आदि नाटकसभकेँ सफलतापूर्वक निर्देशन कएने छथि। हिनका द्वारा निर्देशित ‘द नोटबुक’ रूसक आइवर्ट फेस्टिवलमे जिरोप्लस विधामे पुरस्कृत भेल छनि। हिनकहि द्वारा लिखित, निर्देशित ओ अभिनित ‘फगुनिया’ (मैथिली छोट फिल्म २०२२) केँ प्रतिष्ठित फेस्टिभल स्पिनी ब्याब्लर नाइजेरियामे डिप्लोमा विधामे पुरस्कृत कएल गेल छनि। एकटा आओर मैथिली छोट फिल्म ‘THRESHOLD (कोल्हू २०२४) साह द्वारा सृजित, अभिनित ओ निर्देशित छनि, जाहिमे भ्रष्ट एवं भ्रष्टाचारी सभक उद्दाम चरित्र देखल जा सकैछ।

सुनीता पासवान जीक छोट मुदा बहुत प्रभावित करहिबला नीक काज रैपर ओ म्यूजीसीयन मानिया जीक गीत “भगतइ” मे देखल जा सकैछ। गीतक शब्द की कहि रहल छै, गीतक विषय-वस्तु की छै, निर्देशक की कहि रहल छथि – एहि सभकेँ सहजे बुझि कऽ अपना दिसिसँ उत्कृष्ट काज करबाक क्षमता हिनकामे छनि, से कहब अतिसयोक्ति नइँ होयत। की हिनका सभसँ निरूता ओ प्रिती जेहन नर्तकी ओ कलाकारसभके किछु नइँ सिखबाक-बुझबाक छै तऽ ??

नर्तकी ओ कलाकार निरूता साह आ प्रिती पासवान जीसँ नृत्य विधा वा संगहि आन कलाकारीताक विधामे सेहो साकारात्मक काज करबाक अपेक्षा करब अनुचित नइँ।

कला ओ कलाकारीताक सम्बन्धमे मिथिला – मधेशक बेटीसभसँ आमलोक इयह अपेक्षा रखैत छनि जे नीक, उत्कृष्ट, सृजनात्मक, काज करैत आ आर्थिक रूपेँ सेहो समृद्ध होइत निरन्तर आगा बढ़ैत रहो, जाहि पर अपन माय-बाबू ओ मातृभूमि मिथिला गौरवान्वित हो, नइँ की अनावश्यक विवादसँ दुखित आ चिन्तित।
किनको कृति, सृजन, कलाकारीता आदि पर अदखोइ-बदखोइ, साकारात्मक एवं नाकारात्मक आलोचना होयब स्वाभाविक एवं आवश्यक छै, जे की कोनो विधाक विकासकेँ लेल मजगूत आधार प्रदान करै छै।

मात्रे प्रसंशा ओ साकारात्मक आलोचनासँ सन्तुष्ट आ खुशी होयब कलाकार एवं सृजनकर्ताक चरित्र नइँ, अपितु नाकारात्मक कमेन्ट, सलाह, सुझाव ओ आलोचनासभकेँ सहजतासँ स्विकारैत, अपन कमी-कमजोरीकेँ दूर करैत आगा बढ़ैत नव-नव एवं उत्कृष्ट काज करैत रहब से ध्येय राखब आवश्यक होइछ।

कोनो कलाकारके साथे उचित बात-व्यवहार करब, दर्शक – युवा – समर्थक सभक सेहो मानवीय दायित्व छनि। आवेशमे आबि कऽ कोनो कलाकार पर गलत ओ भद्दा अपशब्द फेकब उचित नइँ। कमेन्ट, सलाह, सुझाव, आलोचना ओहि तरहक होयबाक चाही, जाहीसँ कलाकार ओ सृजनकर्ता उचित ओ नीक काज करबाक लेल बाध्य एवं अभिप्रेरित हो।

लेख: कैलाश ठाकुर, आइ लभ मिथिला

कैलाश कुमार ठाकुर

कैलाश कुमार ठाकुर [Kailash Kumar Thakur] जी आइ लभ मिथिला डट कमके प्रधान सम्पादक छथि। म्यूजिक मैथिली एपके संस्थापक सदस्य सेहो छथि। Kailash Kumar Thakur is Chef Editor of ilovemithila.com email - Contact@ilovemithila.com, +9779827625706

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