प्रदेश नं दूके माननीय मुख्यमन्त्री मो. लालबाबु राउतकेँ जनकपुरधाम स्थित मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषद्क कार्यालय मे जनकपुरधामक भाषिक संघ- संस्थासबद्वारा ध्यानाकर्षण पत्र सौंपल गेल अछि।
किछ दिन पहिने मन्त्री साह मैथिलीए शेैलीमे बाजैत ई मगही छी, मैथिली जाति विशेषके भााषा अछि । प्रदेश दूमे मगहीके बहु संख्य्य जनता छेै। अइ बातके प्रमाणित करैलेल संस्थासभ साहके चुुनौती देलक। वैज्ञानिक आओर सांस्कृतिक आधारपर मैथिली भाषा देशके गौरवशाली इतिहासमे उल्लख अछि। मगधसँ मगही मिथिलामे कोना एलै से घोर आपत्ती संंस्थासभ जनेलक।
गणेश युवा कमिटी,राम युवा कमिटी, रामानन्द युवा क्लव, मैथिली विकास कोष, मिथिला नाट्यकला परिषद्, मिथिला राज्य संघर्ष समिति, मैथिली साहित्यकार सभा द्वारा संयुक्त रुपमे अर्पित पत्रमे हाल प्रदेशक मन्त्री भरत साहद्वारा देल गेल मैथिली भाषाविरुद्ध तथ्यहीन- गैरजिम्मेबार अभिव्यक्ति प्रमाणित करबाक माङ कएल गेल अछि। नेपालक संविधानअनुसार प्रदेशक कामकाजी भाषा निर्धारण आ मातृभाषामे शपथग्रहण कानुन बनएबाक माङ समेत कएल गेल अछि।
पत्र ग्रहण करैत मुख्यमन्त्री मन्त्री साहके धारणा निजी रहल,सरकारक धारणा नइँ रहल बतौलनि अछि।पत्रक माङसब पुरा करबाक, मैथिली भाषाके सम्मान करबाक आओर जल्दिए प्रदेश प्रज्ञा प्रतिष्ठान गठन करबाक प्रतिबद्धता व्यक्त कएलनि अछि।
प्रदेशक दूगोट मन्त्रीजीके ओहे पत्र बोधार्थ सौंपल गेल छै। आन्तरिक मामिला तथा सञ्चारमन्त्री माननीय भरत साह अपन गलत अभिव्यक्तिकेँ महसूस करैत मातृभाषामे शपथग्रहण कानुन जल्द तैयार करबएबाक आश्वासन देलक अछि। तहिना मिथिला- मैथिलीक अभियानी आओर भौतिक पूर्वाधार मन्त्री माननीय रामसरोज यादव पत्रक माङसब जायज रहल आ प्रदेश सरकार प्रदेशक नामाकरण, स्थायी राजधानी आ प्रदेशक कामकाजी भाषाक निर्धारणमे बहुत अबेर क देने बतौलनि अछि।
ओ प्रदेशक कामकाजी भाषा आ मातृभाषामे शपथग्रहण कानुन सम्बन्धमे तुरन्त क्याबिनेटमे प्रस्ताव लऽ जएबाक प्रतिबद्धता व्यक्त कएलक।