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‘चार्ली चैपलीन’ एक सम्पूर्ण कलाकार : सुनील कुमार मल्लिक

अपनाकेँ विश्वक नागरिक कहनिहार चार्ली चैपलीन कलाक बहुआयामी प्रतिभासम्पन्न व्यक्तित्व छलाह। चार्लीक पूर्ण नाम चार्ल्स स्पेन्सर चैपलीन [charlie chaplin] छलनि । विश्वभरिक असंख्य दर्शकक हृदयमे रहनिहार, चार्लीक जन्म १६ अप्रिल १८८९ ई.सन कऽ बिलायतक राजधानी लण्डनमे भेल छल । हिनक बाबूजीक नाम चार्ल्स आ माएक नाम हान्ना चैपलीन छलनि । ई दुनूगोटे सङ्गीतभवनमे बहुआयामिक अभिनय पेशासँ जुड़ल रहथि। एहि कारणे चार्लीकें बाल्यकालहिसँ गायन आ नृत्यक प्रशिक्षण भेटैत रहलनि । मात्र आठ वर्षक अवस्थामे “क्लग डान्सिङ एक्ट” नामक विशेष नृत्य नाटिकाक माध्यमसँ ई मञ्चपर पदार्पण कएलनि । हिनका बाल्यावस्थाक बादवला समय बड़ कष्टपूर्ण रूपमे बिताबऽ पड़लनि । कारण, हिनक पिता घर छोड़ि चलि गेलाह आ असमयमे हुनक मृत्यु भऽ गेलनि । सङहि माए सेहो पागल भऽ गेलथिन । एहि कारणे चार्लीकेँओ कष्टपूर्ण समयसभ बोर्डिङ स्कूल, अनाथालय आ शहरक गल्लीमे पर्यन्त बिताबऽ पड़लनि । एहि अवस्थामे ओ कतोक छोटसँ छोट काज कऽकऽ अपन गुजारा चलौलनि ।

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अपन जेठ भाएक सहायतासँ १७ वर्षक उमेरमे जा-कऽ चार्लीकें नृत्य, अभिनय आ हास्यक माध्यमसँ बहुआयामिक प्रतिभा प्रदर्शन करऽवला संस्था फ्रेड कार्नो कम्पनीमे प्रवेश भेटलनि । ओतऽ हिनक भैया पहिनहिसँ काज करैत छलथिन । ओहिठाम ओ पुरजोर लगन लगाकऽ काज करऽ लगलाह । ई.सन १९१०मे चार्ली कम्पनीक बरिष्ठ अभिनेता बनिकऽ उत्तरी अमेरिका गेलाह । ई भ्रमण हिनक फिल्मी यात्राक मार्ग प्रशस्त करबामे सहायक भेलनि । फ्रेड कार्नो कम्पनीमे रहि चार्ली ई.सन १८१३ धरि हास्यव्यङ्गयक असंख्य कार्यक्रमक प्रदर्शन कएलनि । एही क्रममे ओहि समयक प्रख्यात फिल्म निर्माता मैक सैनेटक नजरि हिनकापर पड़लनि आ ओ “स्लैप स्टीक” नामक फिल्मक लेल हिनका अनुबन्धित कऽ लेलनि । एहि तरहें प्रति सप्ताह पचास डॉलर पारिश्रमिकपर १९१३ दिसम्बरसँ हिनक सिनेजीबनक श्रीगणेश भेलनि । एकरा बाद अपन सम्पूर्ण श्रम ई फिल्महिमे समर्पित कऽ देलनि, मञ्चदिस कहियो घुरिकऽ नहि तकलनि ।

ओहि समयमे अमेरिकामे मूक चलचित्र बनैत छल । चैपलीन ओहि चलचित्रसभमे छोट पएरक कुशल प्रयोगसँ उत्पन्न कारुणिकता तथा हास्य अवस्थाक वर्णनात्मक प्रभावक बलपर अन्तर्राष्ट्रिय ख्याति अर्जित कएलनि । बाजऽवला चलचित्रमे प्रवेशक सङहि ई.सन १९१४मे चार्ली राष्ट्रक सुप्रसिद्ध व्यक्तित्वक रूपमे स्थापित भऽ गेलाह । किछु दिनक बाद हिनका अपन फिल्मक निर्देशन करबाक अवसर सेहो देल गेलनि । एवं प्रकारसँ प्रसिद्धि आ समृद्धि दुनू दृष्टिएँ किछुए समयमे ई सम्पन्न भऽ गेलाह। बादमे ई एतेक लोकप्रिय भऽ गेलाह जे कोनो स्टूडियो हिनक प्रतिभाअनुसार पारिश्रमिक देबाक सामर्थ्य नहि राखि सकल । तेँ ओ खालि आ अपनहि निर्माणमे बनल फिल्मसभमे मात्र देखल जाए लगलाह ।

चैपलीनक अभ्युदय फिल्म-संसारमे स्टार-परम्पराक श्रीगणेश कएलक । फिल्मक व्यापार आकर्षक शीर्षक एवं हृदयग्राही कथावस्तुक बलपर नहि भऽ जीवन्त अभिनय-प्रस्तुतिक आधारपर होबऽ लागल । ओहि समयक लोकप्रिय कलाकार मैरी पिकफोर्ड, फेयरबैङ्कस आ अन्यक अपेक्षा हिनक प्रभाव जनमानसपर एहि ढङ्गसँ पड़लैक जे सहजहिं ई स्टार बनि गेलाह । ई.सन १९१५मे निर्मित “ट्रैम्प” नामक फिल्ममे चार्ली अपन छोट पएरक प्रयोग एहि कुशलताक सङ्ग कएलनि जे लोक चकित रहि गेल । एहिमे ओ मनोरञ्जन आ हास्यक सङहि करुणा सेहो उत्पन्न कऽ देलनि । हास्य आ करुणाक ई अदभुत सम्मिश्रण हुनका राताराति चर्चाक शिखरपर पहुँचा देलकनि ।

एकटा अभिनेता, लेखक आ निर्देशकक रूपमे चार्ली अत्यन्त सफल रहलाह। मान-सम्मानक सङहि यथेष्ट धन सेहो अरजि लेलनि । हिनक एहि विशिष्टतासँ प्रभावित भऽ एकटा आलोचक कहने छथि जे एकटा गरीब कलाकार समृद्धिक सम्पन्नतामे देखल गेल ।

“लिटिल फेलो” हिनक आरम्भिक फिल्म छलनि । ओहि फिल्मक प्रसिद्धिक बाद हिनका लिटिल फेलो अर्थात छोटका सङ्गी कहि बजाओल जाए लगलनि । इजी स्ट्रीट, सोल्डर आर्म्स, द किड, द गोल्ड रश, सिटी लाइट्स, मॉडर्न टाइम्स आदिक सङहि सन १९४०मे निर्मित आवाजवला हिनक पहिल फिल्म “द ग्रेट डिक्टेटर” बेस लोकप्रिय भेलनि । मुदा ई.सन १९५२मे बनल आत्मपरिचयात्मक फिल्म “लाइमलाइट” हिनका लोकप्रियताक शिखरपर पहुँचा देलकनि ।

चैपलीन अति भावुक आ स्नेहिल लोक छलाह । हिनका आनक दुख देखल नहि जाइत छलनि । मीठ-मीठ बात आ देखौओ नोरपर द्रवित भऽ जाएब हिनक कमजोरी छलनि । चार्लीक एहि अवस्थाकै देखेत हिनक प्रसिद्धि आ समृद्धिक लाभ उठएबाक लेल कतोक युवती हिनकासँ मधुर सम्बन्ध बनौलकनि । ओसभ हिनक भावनासँ खेलवाड़ तथा अथाह सम्पत्ति आ प्रतिष्ठापर छहर-महर करैत अपन गोटी सुतारि लेलाक बाद अपन-अपन रस्ता नापि लैत जाइत गेल । एहि कारणसँ हिनक बहुतो समय मानसिक अस्तव्यस्ततामे सेहो गुजरलनि आ हिनक व्यक्तिगत जीवन अत्यन्त दारुण तथा विपदापूर्ण भऽ गेलनि ।

नेन्नहिमे टुगर भऽ जएबाक सङहि दर-दरक ठोकर खएबाक कारणे चैपलीन प्रेमक बड्ड भुखल छलाह। एही प्रेमक लालसामे ई चारिटा विवाह कएलनि । अनेको स्त्रीसँ प्रेम-सम्बन्ध सेहो स्थापित कएलनि । मुदा प्रेमक सही अर्थ लऽ निर्वाह करऽवाली हिनक सच्चा प्रेमिका साबित भेलनि मात्र हिनक चारिम पत्नी, जे जीवनक अन्तिम क्षणधरि हिनका सङ्ग देलकनि ।

चार्लीक पहिल विवाह २३ अक्टुबर १९१८में चौदह वर्षीया मिल्ड्रेड हैरिसक सङ्ग भेल रहनि । मुदा मिल्ड्रेड आ ओकर माएक दृष्टि मात्र अपन धन तथा वैभवपर गड़ल पाबि दुइए साल बाद ई मिल्ड्रेडकें तलाक दऽ देलनि । ओहो हर्जानाक रूपमे मोट रकम लऽकऽ हिनक पिण्ड छोड़ि देलकनि । एकर चारि साल बाद २४ नवम्बर १९२४ मे चार्ली पुनः विवाह कएलनि । हिनक दोसर पत्नी वनलनि सोलह वर्षीया अभिनेत्री लिटा ग्रे । लिटा चार्लीक दूटा बेटा चार्ल्स जुनियर आ सिडनीकें जन्म सेहो देलकनि । तथापि लिटाक सङ्ग हिनक दाम्पत्यक गाड़ी तीन वर्षसँ बेसी नहि ससरि सकलनि । दूटा विवाहसँ चोटाएल चार्ली अपन प्रेमिकासभसँ बहुत सावधान रहऽ लगलाह । आब ई बहुत सोचि-विचारिकऽ मात्र विवाह करऽ चाहैत छलाह। तें नओ वर्षक बाद ई.सन १९३६मे अपूर्व सुन्दरी अभिनेत्री पौलेट गोडार्डसँ विवाह कएलनि, मुदा धीरे-धीरे गोडार्ड ततेक ने महत्त्वाकांक्षी बनि गेलि जे १९४२मे हिनक इहो विवाह टुटि गेलनि ।

एही साल अमेरिकाक प्रख्यात नाटककार युजीन ओ’ नीलक १७ वर्षीया बेटी ऊना ओ’ नील चार्लीक सम्पर्कमे आएलि । किछु समयक प्रेम-सम्बन्धक बाद १६ जून १९४३मे ऊनाक सङ्ग ई परिणय-सूत्रमे बन्हा गेलाह । ई हिनक चारिम विवाह छलनि आ हिनक वयस ५४ वर्ष पहुँचि गेल छलनि । अमेरिकामे एहि विवाहक भारी विरोध भेल । लोकसभ भविष्यवाणी करऽ लागल जे चार्लीक इहो विवाह टिकाउ नहि भऽ सकैत अछि । मुदा ऊनाक प्रेम निश्छल छल । प्रेमक टोहमे बौआइत चार्लीकें ओ यथार्थ प्रेमसँ साक्षात्कार करबैत सम्पूर्ण अभावक परिपूर्ति करबऽ चाहैत छलीह ।

ऊनाक प्रवेशसँ चार्लीक जीवनक नक्से बदलि गेलैक । पतिक मानसिकता बुझि ओहि अनुरूपक आचरण करब, पतिक प्रत्येक बातकै गम्भीरतासँ लेब तथा पतिके सदति तनावसँ मुक्त राखब ऊनाक कुशल गृहिणी होएबाक प्रमाण छल । चार्लीक नीक स्वास्थ्यक्त लेल हिनक अन्य कार्यक सङहि भोजनक जिम्मेदारी सेहो ऊना नोकर-चाकरपर नहि छोडि अपनहि लऽ लेलनि । एकरे फलस्वरूप ८८ वर्षक बुढ़ारीमे सेहो चार्ली ओहिना लागथि जेना ४० वर्षक जुआन होथि । ऊनाक सङ्ग विवाहक बाद चार्ली ३४ वर्षधरि जीवित रहलाह। ऊनासँ हिनक आठटा बच्चाक जन्म भेलनि । ऊनाक साहचर्य प्राप्त भेलाक बादे चार्ली जीवनक श्रेष्ठतम फिल्मसभ बनौलनि आ उत्कृष्टतम सङ्गीतक रचना कएलनि ।

चार्लीद्वारा ई.सन १९४७मे निर्मित फिल्म “मोनसियर वर्दी” हिनक देश निकालाक कारण बनि गेलनि । एहि फिल्ममे चार्ली शासनतन्त्रक छद्मता आ अमेरिकी समाजक विसङ्गतिपर तिक्ख प्रहार कएने छलथि । ई फिल्म आ एहिसँ पूर्वक किछु गतिविधिक कारण हिनकापर देशविरोधी ध्वंशात्मक कार्यमे संलग्न होएबाक आरोप लगाओल गेलैक । हिनकापर पहिनहिसँ कन्हुआएल अमेरिकी सरकार हिनका साम्यवादी बुझऽ लगलनि । द्वितीय विश्वयुद्धक बाद साम्यवादी विचारपर आस्था रखनिहारसभकें अमेरिका चुनि-चुनिकऽ देश निकाला करऽ लागल । एकर चपेटमे चार्ली सेहो आबि गेलाह । सन १९५२मे जखन ई यूरोप भ्रमणपर छलाह तँ हिनक पुनर्प्रवेश अधिकारपर रोक लगा देल गेल ।

एकर बाद अपन छओ सन्तानसहित चार्ली-परिवार स्वीटजरलैण्डमे रहऽ लागल । एहिठाम चार्ली अपन समय आ ऊर्जा गीत-लेखन, सङ्गीत-सृजन तथा किछु नव फिल्मक निर्माणमे खर्च कएलनि । मुदा हिनक बेसी समय पियानोक साधनामे बीतऽ लगलनि ।

ई. सन १९५७मे चार्ली लन्दनमे “द किङ्ग इन न्यूयॉर्क” नामक फिल्म प्रस्तुत कएलनि । एहि फिल्ममे अमेरिकी ‘शासन एवं जीवनक विविध पक्षपर हास्य शैलीमे गम्भीर प्रहार कएल गेल अछि । एहि फिल्मक बाद चार्लीपर पूर्ण रूपें साम्यवाद समर्थकक ठप्पा लागि गेल । मुदा एकरा विशेष रूपसँ अस्वीकार करैत ई कहलनि जे हम विश्वक नागरिक छी ।

चार्लीक अमेरिका प्रवेशपर प्रतिबन्धसँ हॉलिउड फिल्म जगत बेस प्रभावित भेल आ हिनक आपसीक लेल सरकारपर दबाव पड़ऽ लागल । अन्ततः सरकारकै झुकऽ पड़लैक आ सन १९७२मे एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एण्ड साइन्सेजद्वारा प्रदत्त पुरस्कार लेबाक लेल चैपलीन ऊनाक सङ्ग अमेरिका अएलाह । हॉलिउड फिल्म जगत हिनक भव्य स्वागत कएलकनि । एकटा विडम्बने कहल जएबाक चाही जे १९५२ मे प्रस्तुत “लाइम लाइट”क लेल ई ऑस्कर पुरस्कारसँ सम्मानित भेलाह । विश्वक सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार ग्रहण कएलाक बाद चार्ली कहने रहथि- ‘विगतमे भेल किछु तीत अनुभवक लेल आब हमरा कोनो शिकाइत नहि अछि । किएक तँ १९४२सँ लऽ १९७२धरिक पछिला ३० वर्ष हमरालेल आनन्द आ उत्साहसँ परिपूर्ण समय रहल। ऊना हमरा अनुभूति करौलनि जे प्रसन्नता ककरा कहल जाइत छैक। अमेरिकाक सभसँ पैघ भेंट हमरालेल – ऊना छथि । एहिसँ बढ़िकऽ भेंट आओर किछु नहि भऽ सकैत अछि ।’

सन १९७५मे चार्लीकें बिलायतक साम्राज्ञीद्वारा ‘सर’ उपाधि प्रदान कएल गेल । उपाधि ग्रहण करऽ जाइत काल ई ऊनासँ आगाँ-आगाँ चलबाक आग्रह करैत कहलथिन जे हमरा ई कहियो बर्दास्त नहि हएत जे अहाँ हमरासँ पाछाँ चली आ हमर नजरिसँ दूर भऽ जाइ । चार्ली अपन आत्मकथामे सेहो एकठाम लिखने छथि- ‘बेबी (स्वीटजरलैण्डमे जतऽ ई रहैत छलाह)क सङ्गीर्ण खुरपेड़ियापर जखन हम ऊनाकें अपन आगाँ-आगाँ चलैत देखैत छियनि तँ हमर हृदय हुनक सम्पूर्ण व्यक्तित्वप्रति प्रेमसँ द्रवित भऽ उठैत अछि आ आदरसँ भरि जाइत अछि । मोनक भीतर आनन्दक एकटा एहन जुआरि उठा लगैत अछि जे हमरा गराबकौड़ लागि जाइत अछि ।’

तहिना एकबेर प्रख्यात अभिनेत्री सोफिया लॉरेन हिनकासँ हिनक चुस्ती आ फुर्तीक रहस्य जानऽ चाहलकनि । एहिपर चार्लीक कहब छलनि- ‘हमर ऊर्जाक रहस्य ऊना छथि । ऊनाक लेल हमरा ५४ वर्षधरि प्रतीक्षा करऽ पड़ल । ऊना जँ हमरा जीवनक पहिलहि चरणमे भेटि गेलि रहितथि तँ भऽ सकैछ जे हमर जीवन समस्यासभमे नहि ओझराइत आ विश्वक लेल किछु आओर स्मरणीय कृति गढ़बामे हमरा सफलता भेटैत ।

एहि तरहेँ अति सामान्य अवस्थासँ उठि सफलताक शिखरपर पहुँचनिहार बहुमुखी प्रतिभाक धनी चार्ली चैपलीन ई.सन १९७७मे ईसामसीहक जन्मदिन अर्थात २५ दिसम्बर कऽ एहि संसारसँ विदा भऽ गेलाह । विश्वक फिल्म जगत एखनहु कलाक क्षेत्रमे बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न चार्ल्स स्पेन्सर चैपलीनकें शत-शत नमन करैत अछि ।

साभार : तिमाही पत्रिका – मैथिल समाज

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नारायण मधुशाला

तेज नारायण यादव, सिरहा । न्यूज रिपोर्ट । ilovemithila.com । । कवि। गीतकार

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