मिथिला-मधेशक एक दलित परिवारके भाइ आ बहिन एके शैक्षिक सत्रमे चिकित्सा शास्त्र अध्ययन करबाक लेल सरकारी पूर्ण छात्रवृत्तिमे नाम निकालऽ सफल भेल अछि।
मेडिकल साइन्सअन्तर्गत एमबीबीएस अध्ययन करऽ कए लेल आइओएमद्वारा लेल गेल प्रवेश परीक्षामे भाइ-बहिन दुनू नाम निकाललक।
महोत्तरीके महोत्तरी गामपालिका वाड ६ गोरिगम्मा गामक जीतेन्द्र पासवानक बेटा आ बेटी नाम निकालऽ सफल भेल छथि।
जीतेन्द्रक बेटा अभयकुमार आ बेटी कृतिका पूर्ण छात्रवृत्तिमे नाम निकालने छथि।
भैया अभय दोसर बेरक प्रयासमे नाम निकालनि बहिनी कृतिका पहिले बेर परीक्षामे नाम निकालऽ सफल भेल छथि।
अभय १४५ स्कोर आनिकऽ मधेशी दलित कोटातर्फक आरक्षण समूहमे पहिल स्थान लाबऽ सफल भेल छथि तँ हुनक बहिन कृतिक १२२ स्कोर लाबिकऽ मधेशी दलित महिलातर्फ चारिम स्थान आ समग्र दलित कोटातर्फ सातम स्थानमे नाम निकालऽ सफल भेल छथि।
दुनू भाइबहिन महोत्तरीक मनरा सिसवा गामपालिकाक सरकारी स्कूल सहस्राम माविसँ एसईई उत्तीर्ण कएने छथि।
अभय २०७२ सालमे एसईई ‘बी प्लस’ ग्रेडमे उत्तीर्ण कएने छलाह त बहिन कृतिका २०७४ सालमे ओहि विद्यालयसँ ‘ए’ ग्रेड आनिकऽ एसईई उत्तीर्ण कएने छल।
अभय तकरबाद काठमाण्डू गोल्डेन गेट कलेजसँ टेन प्लस टु २०७५ सालमे उत्तीर्ण कएने छलथि । ओ प्लस टुमा ‘बी’ ग्रेड अनने छलाह। तहिना कृतिका सेहो २०७७ मे ओहि कलेजसँ ‘ए’ ग्रेड आनिकऽ प्लस टू उत्तीर्ण कएने छल।
अभय पहिलबेर जाँच दैत सेहो दलित कोटामे नाम निकलल छल मुदा तहिया बिन समुदायकेँ सेहो दलित कोटामे रखलाक कारण हुनकर नाम पड़ऽ नइँ सकल अभयक पिता जीतेन्द्र पासवान कहलनि । मुदा अखन बिन जातिकेँ दलित समुदायसँ हटाओल गेल ओ बतेलक।
अभय आ कृतिका कहलनि, । “
अभय कहलनि, ” कोचिङक ज्ञानबाहेक भारतीय लेखकसबहक बहुतो पुस्तक पढ़बाक संगे एमबीबीएस तयारीक सामग्रीसब पढैत एलौँ । “
‘हम प्राय रातमे पढैत रही तँ बहिन विहान साझधरि पढैत छल।,’ अभय कहलनि, ‘कुल मिलाकऽ हम दुनूकियो प्रत्येक दिन १६ सँ १८ घण्टा न्युनतम पढ़ैत छलौँ।”
बेटाबेटीके नाम निकलऽ मे सफल हएबामे मायक योगदान
जीतेन्द्र पासवान महोत्तरीमे गैरसरकारी संस्था चलेबाक संगहि राजनीतिमे सेहो सक्रिय छलनि ।
नेकपा एमालेक महोत्तरी जिला कमिटी सदस्य समेत रहल उओ पछिलाँ बेर महोत्तरी गामपालिकाक अध्यक्ष पदमे समेत उम्मेदवारी देने छलनि। मुदा पराजित भेलनि ।
प्लस टू अध्ययनके लेल बेटाबेटीकेँ अपना संगे काठमाण्डू लकऽ आएल माय ममता भोजन बनेनाइ, कपडा धोनाइ, सब काम अपने ककऽ पढ़ऽवला उचित वातावरण मिलेनाइक काज करैत छलनि।
‘कहियोकाल पढ़ैत पढ़ैत हमसब फ्रस्टेट सेहो होइत छलौँ। ओना भेलाबाद मोटिभेट करैत छलखिन ,’ माय समन्धमे अभय कहलनि, ‘एन्जाइटी होइतोपर कोनो बात नइँ छै, नाम निकलतौ कहि हर्दम हौसला दैत छलखिन ।’
आब अभय आईओएम महाराजगञ्जमे पढ़ब सोच बनेने छथि तँ कृतिका पाटन स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान ललितपुरमे अध्ययन करबाक सोचमे छथि।
साभारः – लोकान्तर डटकम