मिथिलाक लाल हिमांशु यादव बाॅलीवुडधरि क’ रहलाह कमाल
हिमांशु यादव जकरा सोशल मिडिया आ यूट्यूबपर कभर गीतसभ मार्फत मिथिलासँ मुम्बईधरि बेस्स चर्चा, स्नेह आ लोक हृदयमे स्थान भेटि रहल अछि।
हिमांशु भारतीय मिथिलाक समस्तीपुर जिला, मोहिउद्दीन नगर (प्रखण्ड), रमैया गाम निवासी छथि। पिता स्व. भागवत राय आ माता लली देवी यादवक पुत्र २९ वर्षिय हिमांशु अखन साङ्गीतिक क्षेत्रमे चर्चाक शिखरपर छथि।
७-८ वर्षक उमेरसँ गुनगुनेनाइ शुरू कएने छलाह हिमांशु। अपन गामक रेडियो, लॅडस्पीकरमे गीत बजैत एलाबाद अझक्केमे एक दिन गुनगुनाबैत काल हुनकर माए सुनलीह। आगू जाकऽ बेटा नीक गायक बनत से ओ मोनेमे विचारि हिमांशुकेँ औपचारिक रूपेँ सङ्गीत सिखेबाक वातावरण देलीह। साङ्गीतिक क्षेत्रमे प्रेरणाक श्रोत सेहो अपन माएकेँ मानै छथि हिमांशु। नेनपनमे मोहम्मद रफी आ सोनू निगमकेँ गीतसभ बेस्सी सुनैत छलाह।
ई. सं. २००२ मे बखरी, हिन्द कला परिषद सलैना, बेगुसरायद्वारा आयोजित गीत प्रतियोगितामे प्रथम भेल छलाह। इहए हुनक पहिल मञ्चिय प्रस्तुति रहल छल। निरन्तर साधनाक बाबजूद बिहार सरकार, मिनेस्ट्री ऑफ कल्चरसँ शास्त्रीय सङ्गीतमे जूनियर आ सिनियर दुनू स्कॉलरशिप पएलनि आ हिन्दुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्लीसँ ग्रैजुएशन कएलनि।
हिमांशु भोजपुरी भाषाक भक्ति एलवमसँ रेकर्डिङ्ग दुनियाँमे प्रवेश कएने छलनि। यूट्यूबक चलती नइ भेलाक कारणसँ ओ गीत डिजीटल प्लेटफार्मपर उपलब्ध नइ भ’ सकल। मैथिली, भोजपुरी सिनेमाक दृष्टिसम्पन्न निर्देशक एवं निर्माता नितीन नीरा चन्द्र अपन सर्वप्रिय यूट्यूब चैंनल ‘बेजोड़’ पर २०२१ मे दशकोसँ सङ्गीत साधनामे संघर्षरत ई मधुर आवाजकेँ ल’ क’ अएलाबाद ग्लोब्ली परिचित भेलनि। गीत छल – चुनरी लिया द’ सासाराम से। भोजपुरीक बढ़ैत अश्लीलता बीचो ई गीतकेँ काफी सराहना भेटल। ई गीतसँ एकटा कुशल स्वर-साधक हिमांशुकेँ आम दर्शक चिन्ह पाबि सकल आ स्वरक कौशलकेँ परखि पाएल।
मौलिक, पारिवारिक आ गुणस्तरिय गीतक पक्षधर रहल हिमांशु अपन सोशल मिडियापर तकरबाद गीत गुनगुनाकऽ रिलसभ बनबऽ लगलाह आ चर्चा हँसुतैत रहलाह। हिनक आवाजसँ प्रभावित भ’ एहि बीचमे बाॅलिउ लेजेण्ड सङ्गीतज्ञ हिमेश रेश्मिया हिमांशुकेँ मुम्बई बजेलनि आ अपन स्टूडियोमे गीतसभ गएबाक मौका देलनि।
‘मेरी अश्क 2.0’, ‘जमाना’ आ ‘तुम जो हाँ के दो’ ई तीनटा गीत भारत आ नेपालमे चर्चित भ’ रहल अछि। म्यूजिक कॅरियर लेल अनेकानेक शुभकामना पाबि रहल छथि हिमांशु आ बहुत लगसँ मुम्बई सेहो पहिचानि रहल अछि हिनक गायन प्रतिभाकेँ। हिमांशु अपन फेसबुकपर समाजसेवी एवं प्रसिद्व कलाकार सोनू सुदकेँ सङ्ग फोटो आ भिडियो सेहो शेयर कएने छथि। भिडियोमे हिमांशु गीत सुनाबैत नजरि आएल छथि। सोनुक फिल्ममे हिमांशु काज करबाक अन्दाजा सहजे लगाएल जा सकैत अछि। जल्दिए हिन्दी फिल्म ‘वीरू’ मे अपन स्वर आ सङ्गीत सेहो सुन’ पएबाक ओ जानकारी देने छथि।
आइ लभ मिथिलाक संचालक एवं गीतकार विद्यानन्द बेदर्दीसँ फोनवार्ता बीच कहलनि, ” जहिना अपन क्षेत्रक भोजपुरीभाषीद्वारा स्नेह आ समर्थन पाबि रहल छी तहिना हमर मातृभाषा मैथिली रहल अर्थात सम्पूर्ण मैथिली भाषीसँ सेहो स्नेह आ समर्थनके अपेक्षा करैत छी।” मिथिलासँ उद्ययमान भेल उचित वा सक्षम प्रतिभासभकेँ आगू ठेल देबामे कनिको हिचकिचाहट नइ राखबाक लेल मिथिलाबासी आ मैथिलीभाषी अग्रज कलाकारलोकनिसँ सेहो आग्रह रखलनि। मैथिलीमे गुणस्तरिय आ उद्देश्यमूलक प्रोजेक्टपर काज करबाक लौलसा व्यक्त कएलनि। “मैथिलीकेँ बंगाल, राजस्थानी, पंजाबी, पाकिस्तानीसन आगू देख’ चाहि रहल आ विश्वक पटलपर एकर लोक सङ्गीत आ मौलिकताकेँ ‘नेक्स्ट लेभल’ पर आनबाक आ मैथिली सङ्गीतकेँ Coke स्टूडियोधरि पहुँचेबाक सपना रहल अछि हमर”, ओ कहलनि।
९ कक्षामे अध्ययनरत रहल समय अर्थात २००७ मे पिता, २०१८ मे बड़का भैयाक निधन, माता कैंसरसँ पीड़ितसन दुखद घटना आ १५ वर्षक कसगर सङ्गीत साधनाकेँ सङ्ग सामान्तर भ’ चललनि मिथिला माटिक मधुरता आ उच्चाइ भरल स्वरक धनि, मिथिलाक गौरव बढ़ा रहल स्वर साधक अखनक वायरल चेहरा – हिमांशु यादव। एहिसँ पहिने समस्तिपुरसँ वायरल भेल छलनि – अमरजीत जयकर।