अन्तर्राष्ट्रिय मातृभाषा दिवसके दिन मैथिली भाषीद्वारा सेहो मनाएल गेल अछि। तत्कालिन पूर्वी पाकिस्तानमे उर्दू भाषा लागूके घोषणा संगे सुरू भेल 21 Feb 1952 के आन्दोलन स्मरणमे मिथिला साहित्य कला प्रतिठान नेपाल मातृभाषा दिवस एक कार्यक्रम करि मनेलक।
The Power of Mother Language ( Maithili) नाम देल गेल उक्त कार्यक्रमकेँ प्राइम हलिक्रश विद्यालय राजविराजमे ६० गोट विद्यार्थीकेँ बीच भेल । ई दिवस प्राय: विद्यार्थीके अपन भाषा प्रति बेसी लगाव तथा जिमेवारी बुझै तइ लेल, मिलाफ विद्यार्थीके लक्ष्यित करि रहल छियै, प्रतिष्ठानक अध्यक्ष रमिला साह जानकारी देलक। बंग्लादेशमे ५ टा युवासभके आइयेके दिन तत्कालिन पूर्वी पाकिस्तानी प्रहरीद्वारा गोली लागि मृत्यु भेल छल। युनेस्कोद्वारा सन् १९९९ सँ अन्तर्राष्ट्रिय मातृभाषा दिवस मनेबाक विश्वव्यापी मान्यता देने छल।
कार्यक्रममे बग्लादेशके मातृभाषा आन्दोलन इतिहास, भाषा मृत्य, मातृभाषाके मानव जिवन तथा शिक्षामे प्रभाव अइ तिनू चरणमे Slide Show Presentation कएल गेल। Presentation Quiz सत्रमे कक्षा सातके सुरज यादव प्रथम, आरूशी शर्मा द्वतीय आ सुष्मा शर्मा तृतीय, भेल अछि।
तहिना कक्षा ८ मे पढि रहल मोनिका साह कहै छथि “ मातृभाषा जिवैत रहतै त अपनासबके शान रहतै, हमरा पूरा कार्यक्रम देखलाक बाद इहे लागल।
कार्यक्रम विद्यालय भवनमे संचालन भेल छल। कार्यक्रममे संचालन शम्भू श्री, स्वागत मन्तव्य राज राय, स्वागत गीत सरोज विरपुरिया तथा Presentation सम्पूर्णके प्रस्तुती गजेन्द्र गजुर कएने छल।