लेखक रामभरोस कापड़ि भ्रमरक ई पोथी अइ बैशाख २५ गते वेलकम होटल, जनकपुरधाममे लोकार्पण समारोहमे सम्पन्न भेल अछि। मैथिली साहित्य उत्सव नेपालक अध्यक्ष आ पुस्तक लेखक श्री रामभरोस कापड़ि भ्रमरक अध्यक्षतामे भेल ।
नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक कुलपति श्री गंगाप्रसाद उप्रेतीक ( काठमाडौं) प्रमुख आतिथ्यमे सम्पन्न कार्यक्रममे मिथिला सेन्टर, अमेरिकाद्वारा प्रकाशित ‘ मिथिलाक लोकजीवन : लोक सन्दर्भ ‘ पोथी आ ‘ पाँच दसकक साहित्यिक यात्राक अथक यात्री: भ्रमर ‘ नामक पुस्तिका लोकार्पित भेल छल। पुस्तक सम्बन्धी लेखकीय मन्तव्य लेखक स्वयं आ ‘भ्रमरक पाँच दशकके साहित्यिक यात्राक लेखाजोखा’ श्री चन्द्रेशजी प्रस्तुत कएने छलाह।
लोकार्पित पुस्तक पर वरिष्ठ साहित्यकार/समालोचक डा. भिमनाथ झा (दरभंगा) , समालोचक डा. रामानन्द झा रमण (पटना), समालोचक डा. भोगेन्द्र झा (जनकपुरधाम) समीक्षा कएलनि। शुभकामना मन्तव्यक हिसाबें साहित्यकार/ भाषा अभियानी प्रवीण नारायण चौधरी (विराटनगर) लेखिका करूणा झा (राजविराज) ,कवि- नाटककार अशोक झा (कोलकाता) , अधिवक्ता/ कवि युगल किशोर लाल आ वरिष्ठ साहित्यकार डा. रेवतीरमण लाल (जनकपुरधाम) आ मिथिला सेन्टर, अमेरिकाक प्रमुख सलाहकार सी. ए. नवल यादव अपन- अपन मन्तव्य प्रकट कएने छलाह।
कार्यक्रममे श्री युगल किशोर लाल आ प्रमुख अतिथिके सम्मान कएल गेल छलनि। प्रमुख अतिथि नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानद्वारा मैथिली भाषा- साहित्यमे भेल सहयोगक चर्चा कएने छलाह।
साहित्यकार प्रेम विदेहक संचालनने भेल कार्यक्रमक आरम्भमे गायक नवीन मिश्र जय जय भैरवि- गोसाउनि गीत गओने छलाह आ स्वागत मन्तव्य कथाकार/ पत्रकार नित्यानन्द मंडल व्यक्त कएने छलाह। शिक्षक आ साहित्य अनुरागी अनिलकुमार कर्ण बुक स्टल सम्हारने छलाह। लोकार्पित पोथीक मूल्यमे ५०% छूट भेलासँ लगभग एक दर्जन पोथी बिक्री वितरण भेल छल।
कार्यक्रममे मधेश स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठानक उपकुलपति डा. रामकेवल साह, प्रदेश संचार प्राधीकरणक अध्यक्ष श्याम सुन्दर यादव, विद्यापति पुरस्कार कोषक पूर्व अध्यक्षत्रय अयोध्यानाथ चौधरी, रामसागर पंडित, रामचन्द्र यादव, साहित्यकार रोशन जनकपुरी,दिगम्बर झा दिनमणि,विनोदचन्द्र झा, सुदर्शन लाल कर्ण, श्यामसुन्दर शशि, अरविन्द कुमार यादव, शैक्षिक तालिम केन्द्रक पूर्व प्रशिक्षक उमेश लाल कर्ण,गायक आ प्र. अ. सुनिल कुमार मल्लिक, साहित्यानुरागी ई. सत्य नारायण साह,अमर चन्द्र अनिल,असलम राइन सहित उल्लेखनीय भाषा अभियानी, साहित्यकार, पत्रकारक उपस्थिति रहल छल।