मिथिला साहित्य-कला प्रतिष्ठान नेपाल (MiLAF Nepal) आइ तेसर बार्षिकोत्सव मनेलक अछि। प्रतिष्ठानक अध्यक्ष श्रीराम मण्डल भरोषीक अध्यक्षतामे,इतिहासविद्ध प्रा पितम्बरलाल यादवक प्रमुख आतिथ्यमे नेपाल पत्रकार महासंघके सभा-भवनमे आयोजन सु-सम्पन्न भेल । “मैथिली भाषाक वर्तमान अवस्था : समस्या आ समाधान ” विचार विमर्श कार्यक्रममे १२ टा वक्तालोकनि समस्या आ समाधानक बात बतौलनि।
मिलाफक संस्थापक अध्यक्ष देवेन्द्र मिश्र कहलनि ” हाल मैथिलीक भविष्य आ वर्तमान सकारात्मक दिशामे अछि।
सामाजिक संजालमे व्यापक रुपमे प्रयोग भ’ रहल आ युवासभक खास क’ अपन भाषा-सँस्कृतिप्रति जागरूक भ’ रहल अछि।” राजविराजक पूर्व मेयर शैलेश चौधरी आ नथुनी दासके तर्क छल ” अङ्ग्रेजी भाषा शुद्धा-अशुद्धिके बेसी महत्व नइँ द’ आन शब्दके अपनामे मिलाबैक’ आ प्रसारमे बेसी धियान देलाक कारणेँ समृद्द होइत आबि रहल अछि।
मिथिला टाइम्स मासिक पत्रिकाक सम्पादक रामरिझन यादव कहलनि, ” मातृभाषाके रोजी रोटीसँ जोड़लाक बादे विकास तीव्र हएत। ताहि लेल विश्वके ज्ञान राखू मुदा शुरुवात अपने लगसँ करु ।”
मिथिला अभियन्ता एवं संचारकर्मी श्यामसुन्दर यादव अपन अनुभव सुनेलनि,” गामघरमे हमरा ई बभना जँका मैथिली बाजै छै! से कहै छै मुदा ओएहसब अस्ली मैथिलीके प्रयोग क’ रहल बात बिसरि गेल अछि। हम तँ कतेक गामघरक सुच्चा शब्द बिसर गेलौँ, से फेर हुनकेसबसँ सिख’ चाहैत छी।”
मैथिली साहित्य परिषद्क अध्यक्ष सतीश दत्त, पूर्व अध्यक्ष शुभचन्द्र झा अपने घरमे लड़ाइ लगा रहल छै कियो ! से तर्क व्यक्त कएलनि। युवा नेता तारकेश्वर यादव संग्राहलय निर्माण तथा शिक्षक चुनचुन यादव युवाके हाथेँ समस्याके समाधान हएतै से कहलनि। प्रमुख अतिथि इतिहासविद पिताम्बर लाल यादव Tounge अलग भेलाक वाद भाषेके नाम अलग करबाक षड्यन्त्र भ’ रहल उल्लेख कएलनि।
उपमेयर पदमे छथि अभियानी होइतो मैथिलीके कतिया देने छथि।
विमर्शके सारांश तथा दिशापर विचार व्यक्त करबाक क्रममे अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद्क करुणा झा ई बात-विचार १५/१६ सालसँ सुनैत आबि रहल छी कियो करैत छै नहिये बस्स बातेमे चितके शातं करैत रहै छी। पदपर जाइत अपन बातके , अभियानके , बचनके पालन नइँ करै छी, हम तँ खोलिक’ कहि सकै छी मैथिली अभियानी, कवि हाल जे राजविराजक उपमेयर पदमे छथि अभियानी होइतो मैथिलीके कतिया देने छथि। मैथिलीके आगू आखिँ मुनि लेने छथि। नगरपालिकाक हालधरि बोर्डसब मैथिलीमे नइँ लिखाएल छै ! दोसर के करतै ? अपना पदपर जाइते मैथिलीके लातमारा बना देबाक कुरतिकेँ बढाबा द’ रहल छथि एहन एहन व्यक्तिसब। संस्कृत भाषा हाल बभने पुरहितेधरि समित रहि किया गेलै ? मैथिलीयोकेँ सिमित करबाक षड्यन्त्र भ’ रहल छै तकरा युवेसब तोड़त।
तहिना एहि बेरक सुखी फूलो मिथिला गौरव सम्मान मैथिली शिक्षा सप्तरी लागू कएनिहार तत्कालिन बभनगामा कट्टी स्कुलक प्रधनाध्यापक जवाहर लाल देवकेँ सम्मान पत्र सहित २००१/- राशी देल गेल से दाता परिवारक संजय यादव जानकारी देलनि ।
कार्यक्रमके उद्घोषण सचिव विद्यानन्द वेदर्दी , स्वागत मनतव्य शम्भू श्री आ वार्षिकोत्सवके विषयमे गजेन्द्र गजुर जानकारी देलक। कार्यक्रममे सुष्मा झा,कंचन झा, शुभाष वीरपुरिया, किरण झा, सरोज रामक गीत तथा कवि सतेन्द्रनाथ चौधरी कविता वाचन कएने छलनि। तहिना किरण झाद्वारा रचित ‘मधुश्रावणी गीतमाला’ रामरिझन यादवद्वारा लोकार्पण कएल गेल।