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की बर्ड फ्लू अगिला महामारी छै?

जहिना हम सब कोविड-19 महामारीसँ बाहर निकलि रहल छी तहिना एभियन इन्फ्लूएंजाके एकटा तनाव सुरू हुअ लागलै। एकर असर लोक पर कि हेतै ?

जहिना दुनिया कोभिड-19 महामारीके तीन सालसँ उभरि रहल छै । तहिना एभियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लूके एकटा स्ट्रेन, जेकरा बहुत रोगजनक एभियन इन्फ्लूएंजाके नामसँ जानल जाइत छै, की बर्ड फ्लू अगिला महामारी छै? की बर्ड फ्लू, एकटा आओर तेजीसँ उत्परिवर्तन करयबला वायरस जे जानवरसँ निकलै छै, अगिला महामारीके शुरुआत होयत या अइ वायरसकेँ मानवसँ मानवसँ संक्रमणके क्षमता एखन धरि पहुंचसँ बाहर छै ?

2021सँ H5 N1 नामके ई तनावके कारण 15 करोड़सँ अधिक मुर्गी आ जंगली पक्षीके हत्या या हत्याके बाद दुनियामे आब इतिहासके सबसँ बेसी बर्ड फ्लूके प्रकोपके सामना हुअ लागल छै । H5 N1 सँ मानव संक्रमण एखनो दुर्लभ छै, जे 2003 सँ कुल 868 घटना अछि, आ बीमार पक्षीसँ वायरसकेँ सेवन या सांस लेनायके कारण भेल छै (रोग नियंत्रण आ रोकथामकेंद्रककें सलाह छै की मुर्गी आ अण्डा सही ढंगसँ पकाएय पर खाएयमे सुरक्षित छै)। वर्तमानमे मानवसँ मानवमे लगातार संक्रमणकें संभावना कम मानल जाइ छै. तइयो सब मानव संक्रमणके साथ, वायरसकेँ उत्परिवर्तनके मौका देल जाइ छै ।

फेड्स कहलक

H5 N1 सँ ल क सार्स-कोव — कोविड-19 बेमारी पैदा करैवला भाइरस — ई बातके बेचैनी वाला भाव छै कि खाद्य आपूर्ति श्रृंखलामे जानवरसँ वायरस मनुष्य धरि कोना कूदी सकै छै ।

मुर्गी आर बतख युग-युगसँ मनुष्य लेल प्रोटीनके सस्ता आर प्रचुर स्रोत उपलब्ध कराबैत एल॑ छै, एकर साथ-साथ १८०० के दशकेसँ छोट स्तर पर भाइरसके प्रकोप सेहो होइत गेल छै । बर्ड फ्लूके विकास १९९६ मे घरेलू हासमे विषाक्त भेल छलै , जेकरासँ मुर्गी, जंगली चिड़िया आ मनुष्य धरिके मारैएमे सुक्ष्म वंशके बीया जन्मैत गेलै । H 5 N 1 केँ ई वंशके पता सबसें पहिने दक्षिणी चीनमे लागलै, जे मुर्गी पालनके औद्योगीकरणमे बहुत वृद्धिके साथ संयोग छेलै, पूर्वी आ दक्षिण एशियाके लगके देशमे एकर प्रारंभिक प्रसार मुर्गी व्यापारके साथ निकटतासँ ट्रैक करैवला प्रतीत होइत रहल छेलै । 2005 आर 2021 के बीच बर्ड फ्लूके समाप्त करैके प्रयासमे 30 करोड़सँ बेसी मुर्गीके मृत्यु भ गेलै या वध कएल गेलै, लेकिन एच5 एन 1 आब एशिया, मध्य पूर्व, अफ्रीका हालमे यूरोपके कुछ हिस्सामे स्थानिक(Endemic) भ गेल छै ।

2021के अन्तमे उत्तर अमेरिकामे बर्ड फ्लूके शुरूआतसँ ई वायरसके विकास आ प्रसारमे एगो मोड़ छेलै । पहिल, नवंबर २०२१ मे कनाडाकेऽ न्यू ब्रंसविकमे ई वायरसके प्रवेश उत्तर यूरोपसँ गल, शोरबर्ड आर हंस प्रजातिके टैग-टीमकेऽ आवाजाहीके अनुरूप छै । जखन कि एक बेर पहिने अमेरिकामे बर्ड फ्लू छल, 2014-2015 मे मध्य पश्चिममे मुर्गी हत्याक कारण अइ वायरसक प्रसार बंद भ गेल छल।

अइ बेर कैलिफोर्नियासँ 6 करोड़ मुर्गी आ टर्कीके कटाईसँ संक्रमण भ गेल होयत मुदा कोरोनाके प्रसार पर रोक लगेबामे असफल रहल। अमेरिकाके मूल निवासी जंगली पक्षीके १,००० प्रजातिमेसँ १४० सँ भी अधिक प्रजाति एच ५ एन १ सँ संक्रमित भ गेल छै, जेकरामे प्रतिष्ठित प्रजाति जेना कि चील, लाल पछरीवला बाज, आ खोता बनाबैवला समुद्री पंक्षी । जँ ई वायरस पूरा दुनियामे जंगली पक्षीके अनुकूल भ रहलऽ छै – एगो ऐहन परिदृश्य जेकरासँ प्रकोपके नियंत्रित कएनाइ असीम रूपसँ कठिन भ जैतै — त॑ देशके बीच बर्ड फ्लूके प्रसार अधिक भ सकै छै ।

एच5 एन1 के पास आब एकटा मेजबान रेंज छै, जे अपन एभियन जलाशयसँ काफी आगू बढ़ि गेल छै। ग्रिज़ली भालू, रैकून, बॉबकैट, आरू स्कंकसँ ल क जंगली स्तनधारी जानवरऽ मे संक्रमणके सूचना मिलल छै। जेकरामे अमेरिकी १७ राज्यमे घटित ११० संक्रमणमेसँ आधा हिस्सा ‘’लाल नढ़िया’’के छै । स्तनधारी घटनामे मांसाहारी जीव छै जे प्राय: एकान्त रहय छै या छोट समूहकमे रहय छै आ जंगली चिड़ियाककें खाइ छै। मांसाहारी जीवके समन्वयकें नोक्सान जेना लक्षण आम रहल छै । स्पेनके एकल मिंक फार्ममे सील, पोर्पॉइस, सी लायन जेहन बड़का समूहमे रहैवला मिलनसार स्तनधारीमे प्रकोपके कारण अन्त: ई वायरसके मानव संचरणके क्षमता मिलैके चिंता पैदा भ गेलऽ छै ।

मानव संक्रमण दुर्लभ छै लेकिन घातक अछि आ एकर मृत्युदर ५६ प्रतिशत छै लेकनि कोविड-१९ सँ संक्रमित अमेरिकी लोक के ई दर लगभग १.१ प्रतिशत छै । अमेरिकामे बर्ड फ्लू भ्याक्सिनके भंडार छोट अछि, जे व्यावसायिक संपर्कमे आबैके सबसँ बेसी जोखिम वाला 2 करोड़ व्यक्तियककें सुरक्षा प्रदान करै छै। कोविड-19 के कारण आब RNA तकनीक अछि जे नवीनतम H5N1 स्ट्रेन के विरूद्ध जनताके लेल भ्याक्सिनके स्केल-अप मे सहयोग करत। हँ, महामारी के खतरा असली अछि, मुदा एहि खतरा के अनदेखी करब सेहो महग पड़ि सकैत अछि.

निकोला हिल, ( लेखक)
जीव विज्ञान केरऽ सहायक प्रोफेसर छथि। जे मैसाचुसेट्स बोस्टन विश्वविद्यालयमे Disease ecology and evolution अध्ययन करै छै ।

गजेन्द्र गजुर

Gajendra Gajur [गजेन्द्र गजुर] is News Editor of Ilovemithila.com . Maithili Language Activist. He is Also Known for His Poetry. One of the Founder of Music Maithili App. गजेन्द्र गजुर एहि वेबसाइटक समाचार संयोजक छथि। कवि सेहो छथि। Email- Contact@ilovemithila.com,

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