मैथिली लोकगायिकीक परचम फहराबैत लोकप्रिय गायिका बनल छथि पूनम मिश्र…
स्वरमे निजताक आभास आ गायिकीमे माटिक मिठास घोरने श्रोता-दर्शकक बीच लोकप्रियताक परचम लहरौनिहारि लोकगायिकाक नाम थिक पूनम मिश्रा
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पूनम अपन आवाज आ अंदाज लेल सम्पूर्ण मिथिलाक पसंदीदा गायिका छथि। मधुबनी जिलान्तर्गत बेनीपट्टी प्रखण्डक मनपौर गामवासी स्मृतिशेष रोहित नारायण मिश्रक सुपुत्री नेनपनेसँ गायनयात्रा आरम्भ कयलन्हि आ देश-परदेसक अनेकों मंचपर अपन प्रस्तुति दैत आइ स्वयं प्रसिद्ध गायिकाक रूपमे सुपरिचित भ’ गेल छथि।
जानकी कैसेटक सीता स्वयंवर कैसेटसँ रिकार्डिंग यात्रा आरम्भ कयलन्हि पूनम, मुदा सम्पूर्णमिथिलामे पहिचान भेटलन्हि गंगा कैसेटपर आएल “भगवती वन्दना” सँ । एहि अलबमक विद्यापति कृत गोसाउनि गीतक अतिरिक्त मलियाक बेटबा मैया माला लेने ठाढ़ आदि आइयो घर घरमे सुंल जाइत अछि, ओना एहिसँ पहिनहुँ नबकी सजनियाँ नामक अलबममे हिनक युगल गायिकीक जादू चलल छल। मैथिली विवाह गीतक अलबम “मनमोहन दुल्हा”क गीत सभ आइयो खूब लोकप्रिय अछि । हमर मिथिला नामक विडिओ फिल्म मे हिनक पार्श्वस्वरमे मिथिलाक पारम्परिक झरनी, जट-जटिन, झिझिया आदिक अलगे अंदाज रहल अछि । अभिनय क्षेत्रमे सेहो प्रवेश लैत पूनम चन्दन मिश्रा निर्देशित मैथिली फिल्म “जेहने साउस तेहने पुतौह” मे सकारात्मक अभिनय संग अवतरित भेलीह। आ हिनक गाओल ‘जकरा तूँ देखलें भरि नजरिया गे, जिनगी इजोर भ’ गेलै..’ मुखड़ाक भगवती गीत खूबे प्रसिद्धि भेल ।
सम्प्रति निरन्तर अपन गायनयात्रामे तल्लीनता’क संग अग्रसर छथि । पेशासँ शिक्षिका पूनम मिश्राकेर अस्सल पहिचान मुदा गायिकाक छन्हि आ अपन रिकार्डिंग स्टूडियो स्थापित करैत निरन्तरतामे मैथिली गीतक मिठास यूट्यूब माध्यमे परसि रहल छथि। हिनक लोकप्रियता पर मिथिलाक अनेको संस्थानद्वारा सम्मानित कयल जा चुकल छन्हि आ अटल भारत फाउण्डेशनद्वारा महत्वपूर्ण ”अटल मिथिला सम्मान”सँ सेहो सम्मानित छथि।
भरोस अछि जे फूहड़ता केर उठल अन्हर-बिहाड़िसँ बचैत पूनम अपन गायिकीक माध्यमे मैथिलीक निजत्वबोध आ मिठास केँ बचाकय रखतीह ।