प्रदेश २ सरकार किसान उत्थानके लेल कहैत आनल योजना कार्यान्वयनमे आबऽ नइँ सकल अछि । प्रदेशके विकासक लेल कृषि क्षेत्रके विकास अपरिहार्य कहैत प्रदेश सरकार किसान उत्थानके लेल अति महत्त्वाकांक्षी योजना अनने रहए । मुदा सरकारक आनल योजना छहोछित भेल अछि।
तत्कालीन आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्री ज्ञानेन्द्रकुमार यादवके गैर सरकारी संस्था सञ्चालन कएल गेल लाइफ स्कुलकेँ फाइदा पहुचऽ जोग इनोभेसन सेन्टर बनाबऽ १ करोड रुपैयाँ विनियोजन भेल छल । ओ विषयकेँ लकऽ मन्त्रिपरिषदमे विवाद भेलापर योजना सञ्चालनमे आबऽ नइँ सकल।
प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्रके उत्थानके लेल कएक महत्त्वाकांक्षी योजना अनने छल। भूमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय कृषि क्षेत्रक सङ्गहि छोट किसानसभके वृत्ति विकासके लेल विभिन्न योजना अनने छल । मुदा कार्यान्वयनमे नइँ होइत ई योजना कागजेमे सीमित भेल अछि।
आर्थिक वर्ष ०७७/०७८ मे मन्त्रालय मुख्यमन्त्री किसान उत्थान आयोजना कार्यक्रमक लेल ५ करोड टक्काक विनियोजन कएने छल । तहिना, लाइफ स्कुल सेन्टर धनुषामे कृषि इनोभेसन सेन्टरके लेल १ करोड टक्का विनियोजन कएने छल । मुदा ओ दुनू योजना कार्यान्वयनमे आबऽ नइँ सकल अछि ।
ई योजना अन्तर्गत कृषकसबकेँ तालिमसमेत देबाक लक्ष्य छल । मुदा तालिमके लेल अपन भवन प्रयोग करब तथा मन्त्रीके गैरसरकारी संस्थाकेँ योजना देलक कहैत विवाद सिर्जना भेलापर ओ बजेट मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषदके कार्यालयसँ रोकल गेल स्रोतक कहब अछि ।
मुख्यमन्त्री किसान उत्थान योजनाक कार्यविधि समयमे तैयार हुअ नइँ सकल गत आर्थिक वर्ष उक्त योजना सञ्चालनमे जँ नइँ आएत तँ विनियोजित रकमसमेत फ्रिज भेल छल। भूमि व्यवस्था, कृषि सहकारी मन्त्री शैलेन्द्रप्रसाद साह मुख्यमन्त्री कृषि उत्थान योजनाक लेल कार्यविधि निर्माण करऽ समय लागलाख कारण कार्यान्वयनमे आबऽ नइँ सकल से जानकारी देलक। ओ सकार्यविधि बनबाक लेल आओर किछु समय लागत कहलनि।
एम्हर, छोट कृषकके विषयमे मालपोत कार्यालय विवरण उपलब्ध नइँ करएलापर योजनाक रकम फ्रिज भेल ओ कहलनि। ओ कृषि क्षेत्रक उत्थानक लेल योजना आनल गेल आ धरफरीमे काम करैत देरी लक्षित वर्ग लाभ नइँ पएबाक अवस्था एलापर योजना सञ्चालनमे आनऽ नइँ सकल बातके प्रस्ट कएलनि ।