कलाकारिताकेँ सम्मान हुअवला ठामसँ रोड़पर निकालल गेल सुप्रसिद्ध गायक मण्डलकेँ

काइल अर्थात २१ जुन मंगलदिन विश्वभरिक सङ्गीत पारखीलोकनि सङ्गीत दिवस मनेलनि। मुदा विराटनगर – १६ दरैया निवासी गायक रामा मण्डल खूशी नइँ छलनि। मण्डल नेपाली आ मैथिली सङ्गीत उद्योगमे Playbackमैथिली सङ्गीत उद्योगमे Playback गायकके रूपमे स्थापित आ स्वनामधन्य व्यक्तित्व छथि। ओ सिनेमा, भजन, आधुनिक, लोक, राष्ट्रिय गीत लगाक’ ७०० सँ बेसी गीतमे आवाज द’ चुकल छथि। मैथिलीमे हमरे डाला पनपथियासँ, हम छी मैथिल बाबू मेड इन मिथिला, हेयै शाईर सुटिया, सुनु भौजी प्रेमक बोखार लागल य, नवकी कनिया दशे दिनमे पुरान भगेलै, सपनामे देखली हम एलै हमर कनिया, अइ हमर चन्द्रमा, चल चल रे भाइ अपन देश, चमकिक’ एने चमकिक’ ओने, चलु मिथिलाराज लक’ रहबै, इत्यादी दू दर्जन मैथिली गीत आ नेपालीमे कहाँ छौ कहाँ, यो केटीको बिगरे छ चाला, माघी मेला कन्चनपुरमा, इत्यादी अनगिन्नहुँ नेपाली गीत लोकप्रिय रहल अछि।
ठीक एक वर्ष पहिने अषाढ़ ०७ गतेके रामा सहित सङ्गीत शाखामे काम क’ रहल चन्द्रकला साह आ लाइब्रेरीमे काम क’ रहल शैल साहकेँ रेडियो नेपालक जागिरसँ उमेर हद कहैत अवकाश देने छल। रेडियो नेपालसँ हटाओल उचित नइँ रहल रामाक कहब छनि।
डा. बुद्धीबहादुर केसी आ डाइरेक्टर एवं सङ्गीतकार टीका भण्डारीक गलत निर्णयके शिकार स्वयं सेहो रहल बतेने छथि। रामा २४ वर्ष रेडियो नेपालक सङ्गीतशाखामे काम कएलनि। २०५४ सालमे पारिश्रमिक रूपेँ काम क’ रहल रामा २०५५ सालमे करारमे नियुक्त भेल छलनि। रेडियो नेपालसँ जुड़ैत समग्र नेपाल देश आ अन्तर्राष्ट्रीय स्तरमे प्रसिद्धी कमाबितो रेडियो नेपाल उच्चित कदर नइँ क’ सकल से रामाक कहब छनि।
आइ लभ मिथिलासँ जुड़ैत रामा कहलनि, ” अहाँके उमेर ५८ पहुँचल कहैत रेडियो नेपालसँ हटाओल गेल मुदा हमर उमेर ३ वर्ष पहिने ५८ पहुँच गेल छल। हटाबैक’ रहै त पहिने हटबितै। अखन हम ६२ पहुँचलौँ। कोनो संघ संस्थाक करारमे उमेर हदबन्दी नइँ लगै छै से रामाक दाबी रहल अछि। आइधरि नेपालक कोनो संघ-संस्थामे उमेर हद कहिक’ कोनो कर्मचारीकेँ निकालल जएबाक कोनो इतिहास नइँ अछि। बेरबेर डा. केसीसँ रामा अपन बात राखलापर रू ५ लाख उपलब्ध करा देब डा. केसी कहने छलनि। गायक रामा बृद्धा अवस्थामे कमसेकम सहयोग पहुँचत कहैत खूशी भेल छलनि।
ई महिना, उ महिना कहैत अखन १ वर्षसँ हुनक बातकेँ कोनो संवोधन नइँ भेल अछि। कलाक साधकके उमेर बढ़ैत गेलापर अनुभव सेहो बढ़ैत अछि आ ओ अनुभव आनकेँ सिखाइमे योगदान पहुँचै छै से हुनक कहब छनि। गायक रामा कहै छथि, ” हमर कलाकारिताके सम्मान हुअवला ठाममे बेज्जत करैत हमरा रेडियो नेपालसँ रोड़पर निकालल गेल। नेपालमे सरकार विभिन्न निकायमार्फत खेलाड़ीसबकेँ जीवन यापनक व्यवस्थापन कएलोपर कलाकारकेँ निच्च नजरिसँ देखबाक रामाक ठोकुवा रहल अछि। कलाकारक दुख देख’वला सरकार नइँ रहल छथि। दम आ उर्जा रहैतधरि कलाकार अपन कलाकेँ प्रदर्शन करब मुदा दम-उर्जा सठैत देरी कलाकारकेँ भीख मागंबसन स्थिति कायमे रहल कहैत रामाक सरकारसँ उपराग रहल अछि।
अपन फेसबुकपर सीताराम अग्रहरी लिखैत छथि
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