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RRR के “Natu Natu” गीतकेँ Oscar Award

तेलुगू फिल्म “RRR’ क चर्चित गीत ‘नाटू–नाटू’ ९५यम एकेडेमी अवार्ड्समे ‘ओरिजिनल सङ’ क श्रेणीमे Oscar अवार्ड पौलक अछि।
एकेडेमीक आधिकारिक ट्विटर ह्यान्डलसँ कैल गेल ट्विटमे ई जानकारी देल गेल अछि । अई सँ पहिने ‘नाटू–नाटू’ गीत “बेस्ट ओरिजिनल सङ”क गोल्डन ग्लोब अवार्ड जितने छल ।
“नाटू–नाटू” गीत दू टा कलाकार एनटीआर आ रामचरणक डान्स, आ एस.एस. राजामौलीक कारण नव उचाईँ धैर पहूंचल अछि ।

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आखिर ई गीत बनलै केना ?

अइ गीतकेँ पर्दा पर लाबसँ पहिने फिल्मक निर्देशक एस.एस. राजामौली, संगीत निर्देशक कीरावानी आ गीतकार चन्द्रबोसक दिमागमे की चलिरहल छल ?
ओरिजिनल सङ श्रेणीक अर्थ की होई छै ?
‘नाटू–नाटू’ गीत कतसँ अएलै, केना बनलै ? ई सब जानसँ पहिने ई बूझल जाऊ जे, ‘ओरिजिनल सङ’ श्रेणीक अर्थ की होई छै ?
कोनो फिल्मके लेल संसारक कोनो भाषामे प्रयोग कैल गेल गीत यदि ओइ सँ पहिने कोनो गीतक नक्कल नै अछि, त ओ गीत ‘ओरिजिनल’ होई छै ।
एकर मतलब इहो भेल जे, ओई गीतमे पहूलका कोनो गीतक, धुन, विषयवस्तु आ अर्थक प्रभाव नई पड़ल हो।
यस विधामे एकासी टा(81) गीत सब प्रवेश कैने छल । ओई सबमे सँ पन्द्रह टा (15) गीत उत्तम वर्गमे पड़ल छै, ‘नाटू–नाटू’ लगाकऽ । अई गीतक प्रतिस्पर्धा ‘अवतार: “द वे अफ वाटर” फिल्मक गीत ‘नथिङ इज लास्ट (यु गिभ मी स्ट्रेन्थ)’ सँग भऽ रहल छल ।

कतसँ अएलै ई गीत ?
‘नाटू–नाटू’ शब्दसँ प्रष्ट अछि जे ई एकटा देहातक वा देहाती गीत’ अछि । तेलुगू शव्द “नाटू”क मतलब होई छै, Raw and rustic, शुद्ध देहाती। कोनो छलकपट नई।
एस.एस राजामौली ई जनैत छथि जे, ‘एनटीआर जुनियर आ रामचरण दूनू तेलुगु फिल्म उद्योगक उत्कृष्ट नर्तक छथि। दूनूं अपन-अपन नृत्य कौशलसँ बहूत बेर अपन क्षमताक प्रमाण दऽ देने छथि। तेँ दूनूके सङ्गे डान्स करैत देखाईब बहूत निक हेतै, दर्शक सब रोमाञ्चीत, आनन्दीत हेतै आ एकटा नव ऊंचाई धैर पहूंचतै ।
अईके लेल राजामौली फिल्मक संगीतकार कीरावानीसँ अपन विचार सांझा कएलैथ।

अई बारेमे बीबीसीसँ बतियाईत किरावाणी कहै छथि जे, ‘राजामौली हमरा कहलथि, “भईया, हमरा एकटा एहन गीत चाही, जाहिमे दूनूं अभिनेता एक – दोसरसँ प्रतिस्पर्धा करैत मस्तीमे नचैऽ । ’

अई के लेल किरावाणी वर्तमानमे तेलुगु फिल्म गीतकार सबमे सँ अपनाके बहूत निक लागबला गीतकार चन्द्रबोसके चूनलथि।
किरावानी बोसके कहलथि जे, ‘गीत एहन होबाक चाही, जे दूनूं अभिनेता अपन नृत्यसँ जोश आ उत्साह पैदा करौथ । अपनेके जेना निक बूझाए तहिना लिखू, मूदा ध्यान राखब जे, फिल्म सन् 1920 मे घटल घटनाक आसपास छै, तेँ शब्द चयनमे तत्कालीन समयके ख्याल राखल जाई।

गीत केना तयार भेलै ?
कीरावाणी आ चन्द्रबोस 17 जनवरी २०२० सँ अई गीतके लेल काम शुरू कएलथि । हैदराबादक आल्मुनियम कारखानामे रहल ‘आरआरआर’ के कार्यालयसँ काम सुरु भेल ।
चन्द्रबोसक दिमागमे राजामौली आ कीरावनीक निर्देशन दिमागमे घूम लागल । एहनेमे कारसँ कतौ जाईत काल हूनकर दिमागमे ‘नाटू–नाटू’ गीतक हुक लाइन उभरलै। हूनका बूझागेलै जे एहन धून पर एखन धैर कोनो गीत नै बनल छै, आ तखनेसँ चन्द्रबोस ओई गीत पर काज कनाई शूरू कऽदेलखीन।

“नाटू–नाटू” एकटा एहन गीत हई, जाहिमे दू टा शिर्ष अभिनेता अपन नृत्य कौशल प्रतिस्पर्धा रूपें देखबै छथि । दू दिनमे चन्द्रबोस तीनटा गीतक मूखडा़ बनेलथि आ तेकर बाद किरावणीसँ भेटलथि। लेकिन,
किरवानी वएह गीतक मूखडा़ चूनलनि जे चन्द्रबोसके सेहो बड्ड निक लागल रहनि। आ एनाकऽ ई गीत बनाबकेँ लेल फाइनल भेल रहै।

दू दिनमे गीतक 90 प्रतिशत काम भगेलै। लेकिन, साढे़ चारि मिनटके (4:35) गीत आहेमाहे बला परिवर्तन आ सम्पादन करैत-करैत गीत फाइनली तयार भेलै 19 महिनामे । तब त तमिल/तेलुगू भाषा बलाके सबके विश्व स्तरके पुरुस्कार, ओस्कर अवार्ड, आ गौरवपूर्ण इज्जत देल जारहल छै।
ई गीत बनैत अवधि भैर चन्द्रबोस आ किरावानी सर–सल्लाह करैत रहलाह, आ काँटछाँट करैत रहलाह।

फिल्ममे भीम (जुनियर एनटीआर) के क्यारेक्टर तेलंगानाक छै, त राम (राम चरण) के आन्ध्र प्रदेशक छै । तेँ, गीतमे दूनू क्षेत्रक १९२० के दशके भाषाक शब्द सब समेटल गेल छै ।

गीतकार चन्द्रबोसक नजरमे, गीत ओकरे कहल जाई छै, जईठाम शब्द विलिन भऽ जाई छै। तेकर बाद तऽ, वोई शव्द सबमे दृष्यके कब्जा भऽ जाई छै । हूनकर एहन कथनमे ई गीत एहन मापदण्डमे एकदम फिट बैईठई छै ।

तेलुगुमे सेहो बहूत रास लोककथा सब छै । ओई लोककथा सभक चरित्र सबके सेहो अई गीतमे सहारा लेल गेल छै ।
ई गीत दू टा गायक, कालभैरव आ राहुल सिपलीगन्ज गएने छथि ।

युक्रेनमा छायांकन / फिल्मांकन

‘नाटू – नाटू’ गीत एनटीआर आ रामचरणक नृत्य क्षमताक परिक्षण एकतरहें लेने हई । कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित अई गीतमे करिब 95टा स्टेप कम्पोज कैने छथि ।
सिग्नेचर स्टेपके लेल वो लगभग 30टा संस्करण सब तयार कएलथि । विशेष कऽकऽ वोई दृश्यके लेल जईमे एनटीआर आ रामचरण एक-दोसरके हाथ पकिड़कऽ नचै छथि ।
गीत युक्रेनक राष्ट्रपति भवनक पृष्ठभूमिमे खिचल गेल रहै ।
“नाटू – नाटू” गीत एनटीआर आ रामचरणके नृत्य प्रतिभा मात्रे नै देखबै छै, ई गीत भीम आ रामक मित्रताक बहूतो पक्ष सबके सोझा लबैत छै । आओर, ईहो बतबै छै, जे केनाकऽ तेलूगू जनता सब ब्रिटिश साम्राज्यक आदेश पालन करब अस्वीकार करैत छथि । साथे, भीम केनाकऽ विदेशी नारी, जेकरा वो प्रेम करति छथि, ओकर मन जितै छथि, ई सब बात सब अई गीतमे देखालि गेल छै ।

कैलाश कुमार ठाकुर

कैलाश कुमार ठाकुर [Kailash Kumar Thakur] जी आइ लभ मिथिला डट कमके प्रधान सम्पादक छथि। म्यूजिक मैथिली एपके संस्थापक सदस्य सेहो छथि। Kailash Kumar Thakur is Chef Editor of ilovemithila.com email - Contact@ilovemithila.com, +9779827625706

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