दरभंगाके दरबार हॅल (संस्कृत विश्व विद्यालय) मे आयोजित सखी बहिनपा मैथिलानी समूहद्वारा २४ आ २५ अगस्तक कएल जा रहल दू दिवसीय वार्षिकोत्सव एवं महासम्मेलन मध्ये एक दिवसीय कार्यक्रम सु-सम्पन्न भेल अछि।
अइ महा-सम्मेलनक उद्घाटन ‘हेल्लो मिथिला’ संचालिका, गायिका ओ कवयित्री रूपा झाक माँ ओइ सभामे उपस्थित सबसँ बुजुर्ग व्यक्तित्व पूनम झाक हाथे भेल।
विपीन कुमार मिश्रक स्त्रोत्र गायनसँ आ पूनम झा मैथिलक नेतृत्वमे जनकपुरक सखी-बहिनापा समूह सहित मैथिली लोक एवं संस्कारक गीतसँ कार्यक्रमक शुरूआत भेल छल।
पहिल दिनक पहिल सत्रमे मैथिली लेखन प्रतियोगिता, मिथिलाक्षर लेखन प्रतियोगिता, विद्यार्थीसबहक लेल मिथिला चित्रकला प्रतियोगिताक आयोजन भेल। दोसर सत्रमे संस्थाक दिससँ पछिला किछु वर्षमे विशेष योगदान देनिहारि विविध ईकाइसबहक सखीसबकेँ विशिष्ट सम्मानसँ सम्मानित कएल गेल।
तेसर सत्रमे तीन पुस्ताक मैथिलीकर्मीसबकेँ ‘मैथिली सेवा सम्मान २०२२’ समर्पण कएल आ दोसर दिन विविध सत्रक संग वृहत झाँकी प्रदर्शन कएल जएत।
जइँमे नेपालीय मिथिलासँ सुनिल मल्लिक, रूपा झा, विद्यानन्द वेदर्दी, गजेन्द्र गजुर आ तहिना भारतीय मिथिलासँ प्रितम निषाद, अजित आजाद, किसलय कृष्ण, रोहित यादव, स्नेहा झा, दिलीप झा मंच आसिन भ’ सम्मान ग्रहण कएने छलनि।
कार्यक्रमक अन्तिम चरणमे ‘मिथिलानारीक सबहक दशा आ दिशा’ शीर्षकपर विचार विमर्शक आयोजन समेत कएल गेल छल जइँमे प्रमुख वक्ताक रूपमे रूपा झा, पूनम झा मैथिल लगायतक व्यक्तित्वसब रहल छल।
मैथिलानीसबद्वारा सिक्की, मौनी, मिथिला चित्रकारिता रहल वस्त्र एवं हस्तकलामे रहल विविध वस्तु आ मैथिल खान-पान परिकारसबहक स्टॅल लगाएल गेल छल।
अइसँ घरक चौखटिसँ बहार भ’ व्यव्सायिक एवं सांस्कृतिक रूपेँ सेहो मिथिला नारीसब जागृत भ’ रहल सङ्गीतज्ञ सुनील मल्लिक आइ लभ मिथिलासँ बात करैत जनेने छलनि।
कार्यक्रमक सम्पूर्ण आयोजन आ संचालनमे मात्र महिलाक नेतृत्व रहल छल जइँसँ मिथिला नारीद्वारा एकटा अलग क्रान्तिक शुरूआतके झलक भेटलसन अनुभूती बहुतरास व्यक्तित्वसब विचार प्रकट कएने छलनि। उक्त कार्यक्रममे साहित्यकार विभूति आनन्द आ मिथिला अभियन्ता अखिलेश झाक समेत उपस्थिति रहल छल।
विशेष भिडियो रिपोर्ट आइ लभ मिथिलापर शीघ्र सार्वजनिक हएत।