
डा. नकुल पाराशर
हमरासभमेसँ अधिकांश लोक स्टार ट्रेक नामक प्रसिद्ध धारावाहिक देखैत नम्हर भेल छी। काल्पनिक विज्ञान कथा यूएसएस एंटरप्राइज, कैप्टन जेम्स टी किर्क, कमांडर स्पॉक, उहुरा, मैककॉय सन नाम आ स्टार ट्रेक सभक कानमे गूंजि रहल छै । सन् 1966 मे निर्मित एहि धारावाहिकके बाद तहियासँ एगारह टा धारावाहिक प्रसारित भेल अछि।
एहि शृंखलाके नवका धारावाहिक पिछला साल स्टार ट्रेकः स्ट्रेंज न्यू वल्डर्सके रूपमे आएल छल। रोचक बात ई अछि जे स्टार ट्रेक दुनिआ भरिके लोकक ध्यान अपना दिस खींचलक आ टीवी उद्योगमे सबसँ बेसी कमाइ करै बला फिल्ममेसँ एक बनि गेल। वास्तवमे एकर फ्रेंचाइजी विभिन्न फिल्म, आन धारावाहिक शृंखला, वीडियो गेम, उपन्यास आ कॉमिक्समे महत्वपूर्ण बनि गेल।
साइन्स फिक्शन कथा
साफ अछि, जे ई अनेक लोकप्रिय विज्ञान फिल्म आ स्टार वार्स, स्पेस ओडेसी, प्लैनेट ऑफ द एप्स सन टीवी धारावाहिक लेल मार्ग प्रशस्त कयलक आ कतेको आन वैश्विक लोकप्रियताक शिखर पर अभरल। आ एहि सभक उभार ओहि चीजसँ भेल अछि, जेकरा हमसभ लोकप्रिय रूपसँ विज्ञान कथा (साइंस फिक्शन) के रूपमे जनैत छी। साइन्स फिक्शन विज्ञान आ प्रौद्योगिकीके कल्पनाशील आ रोचक दुनिआसँ जुड़ल अछि । ओहिमेसँ अधितम समकालीन छै वा भविष्यवादी ।

आश्चर्यक गप अछि, जे उन्नत विज्ञान आ प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष जगतक अलौकिक चीज,समय यात्रा आ युद्ध दुनिया भरिमे विज्ञान कथाकेँ अपनौलक अछि। भारतमे सेहो विज्ञान कथा कतेको युगसँ चलि रहल अछि आ ई लोक सभ केँ मोहित कएने अछि। जीवके विभिन्न रूपके बदलै लेल रसायनक प्रयोग, हवाइ युद्ध लेल विमानक उपयोग, गहीर समुद्रसँ संबंधित रत्न, आ संबंधित भूखंड विज्ञान कथाके प्रभावित कएलक अछि।
2047 के गप
विज्ञान आ प्रौद्योगिकी जँका विज्ञान कथाक यात्रा दुनिया भरिमे, आ एहि तरहेँ प्रकृति मे वैश्विक रहल अछि आ सभक द्वारा स्विकार कएल गेल अछि। विज्ञान कथा बहुत सामयिक रहैत मुख्यतः हमरा सभक निकट आ दूरक भविष्यक गप करै बला कथा कहै छै। संयोगवश हमरा सभ लेल आइ- काल्हि 2047 के गप करब आर प्रासंगिक भ’ गेल अछि। ई वएह समय रहत, जखन भारत अपन स्वतंत्रताक शताब्दी वर्ष मनाओत ।
एखन आ 2047 के बीचक समय
ई स्पष्ट रूपसँ भविष्यक एकटा समय अछि आ एहि तरहे विज्ञान कथा लेल एकटा आदर्श स्थिति अछि। वास्तव मे ई एहन अनुमान लगेबाक बारेमे अछि, जे तखन हमरा सभक देश केहन प्रदर्शन करैत रहत। संयोगसँ वर्तमान अवधि (एखन आ 2047 के बीचक समय) के अमृत काल कहल गेल छै, जे आशाजनक विज्ञान कथाकेँ चित्रित करै लेल आ अधिक कारण प्रदान करैत अछि।
जखन हम सब ई सुनिश्चित करै लेल कठिन मेहनत करि रहल छी, जे हमर मातृभूमि करीब-करीब हरेक क्षेत्रमे दुनिआक नेतृत्व करैत अछि, ओह तखन ई केहन संयोग अछि, जे हिंदी आ अंग्रेजीमे निकलै बला हमरा सभक प्रमुख लोकप्रिय विज्ञान मासिकके ड्रीम 2047 कहल जाइत अछि। एहि मासिक पत्रिका सभके ई उपाधि दियावैबला विज्ञान प्रसारके दूरदर्शी संस्थापक निर्देशक स्वर्गीय डॉ. नरेंद्र सहगलकेँ शत-शत नमन।
विज्ञान थियेटर महोत्सव
फिल्म आ धारावाहिक सभक अलावे, साइंस फिक्शन पर आधारित लोकप्रिय विज्ञान थियेटर सेहो बहुत सफल रहल अछि । विज्ञान प्रसारमे हम कैलेण्डर वर्षक चारिम तिमाहीमें चतुर्थ राष्ट्रीय विज्ञान थियेटर महोत्सव करबाक नेयार कएने छी। ई विभिन्न भारतीय भाषामे विज्ञान थियेटरकेँ प्रदर्शित करबाक एकटा प्रयास होएत । तें कृपया जुड़ल रही।
एखनहुँ हम सब सौभाग्यशाली छी, जे हमरा सभक बीच किछु विख्यात लोकप्रिय विज्ञान कथा लेखक छथि । मराठी आ अंग्रेजीमे बाल फोंडके, हिंदीमे देवेन्द्र मेवाड़ी, ओहिमेसँ दूटा लोक छथि, जिनकासँ हम सब विज्ञान कथा पर हुनक दृष्टिकोण आ 2047 मे भारत केहन होएत, एहि बारेमे हुनक विचार जाने लेल हुनक साक्षात्कार लेबामे सफल भेलहुँए। एहि खातिर कोल्लेगल शर्मा आ निमिष कपूरके धन्यवाद, जे विज्ञान कथा पर विशेष सामग्री उपलब्ध करौलनि।
अन्तमे :
ओना, एकटा आर खुशखबरी अछि। हालेमे हमसभ स्कोप इन ओडियाके शुरुआत केलहुँ अछि। मलयालम आ नेपालीमे सेहो सुरुए होइबला अछि । जतसँ सुरू कएने रही, ओत एकबेर फेरसँ घुरैत छी। हमरा लगैय जे हमसभ जीन रोडडेनबेरीके ऋणी छी, जे हमरा सभके एकटा अद्भुत चित्रित साइन्स फिक्शन स्टार ट्रेक देलनि। कल्पनाक दुनिआके आनंद लिय’। विज्ञान कथाक दुनिआके आनन्द लिअ।
लेखक बारेमे ।
मैथिलीमे विज्ञान कथा ई. नमोनाथ दू टा कथा लिखने छथि। चतूर्थ आयाम जे की 2016 मे, आ सातम आसमान 2018 मे रूना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अछि।
कथाके विशेषता
समय यात्रा आ टाइम मेसिनसँ सम्बन्धित हिनकर ई दूनू कथा आजुक नइँ अछि आ ने काल्हिक । यदि अपने लग टाइम मशीन अछि, त ओहि पर सवारी करू आ समयक लीवरकेँ पच्चीसम शताब्दीम आगू बढ़ाउ आ फेर देखू जे घटनाक्रम सब अपने सोझा खुलैत अछि। उज्जैनक प्रसिद्ध पांचवीं शताब्दीक परोपकारी भारतीय राजा भारतीहरी, इतिहासमे महान व्याकरणाचार्य छथि आ कपटपूर्ण बला प्रेमक चतुर्भुजमे सुन्दर पत्नीसँ मोहभंग भेलाक बाद भिखारी / भिक्षूभ’ जाति छथि |
दोहराबैके प्रवृत्ति बला इतिहासक कारण, पचीसम शताब्दी ईस्वीमे दू सहस्राब्दीक बाद सेहो ईएह घटना दोहराति छै। व्यापारक राजा, प्रसिद्ध हिरा व्यापारी, एकटा भारतीय विश्व सुन्दरीसँ विवाह करैत छथि, मुदा कपटपूर्ण प्रेमक चतुर्भुजमे मोहभंग भेलाक बाद तपस्वी भ’ जाति छथि। एहि दूनू घटनामे अन्तर मात्र ई छै कि, पांचम शताब्दीमे मोहभंङ पृथ्वी पर घटित होइत छै, जखन की पचीसम सदीक मोहभंङ बाहरी ब्रह्मांडमे लाखों प्रकाश वर्ष दूर एकटा विदेशी ग्रह (Alien planet) पर घटित होइ छै