कालजयी स्रस्टा सोमदेवके श्रद्धा-सुमन : मैथिली साहित्यकार सभ
मैथिली साहित्यक मूर्धन्य साहित्यकार आचार्य सोमदेवजीक देहावसानक समादसँ मैथिली साहित्यकार सभा – परिवार स्तब्ध अछि।सुविख्यात कवि, उपन्यासकार, कथाकार, नाटककार,समालोचक,सम्पादक सोमदेवजी परसू मङ्गल दिन ( 15 नवम्बर ) नश्वर शरीर छोडि गेलाह।ओ साहित्यमे प्रगतिवादसहित रङ्ग -विरङ्गक वाद प्रयोग करैत रहलाह। ओ सहजतावादक प्रवर्तक सेहो भेलाह। मैथिली भाषाक पहिल सतसई – सोम सतसई ( सात सय दोहाक सङ्ग्रह ), ‘सीतायन’
नाटकसन बहुतो कालजयी कृतिक रचयिताक महाप्रयाणसँ मैथिली साहित्यक अपूरणीय क्षति भेल अछि।सोमदेवजी मैथिली साहित्यक इतिहासमे कालजयी साहित्यकारक रूपमे चीन्हल जएताह,से साहित्यकार सभाक विश्वास अछि।
महामना सोमदेवजीके हार्दिक श्रद्धाञ्जली अर्पण करैत मैथिली साहित्यकार सभा हुनक शोकसन्तप्त परिजनप्रति हार्दिक समवेदना प्रकट करैत अछि!
कोटि नमन आचार्य सोमदेव!!
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प्रेम विदेह
{ सभापाल }
मैथिली साहित्यकार सभा
जनकपुरधाम