Story
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सहोदर भाय (Maithili Story)
जगदीश प्रसाद मंडल आइ पनरह दिनक बाद जगरनाथसँ घुमिक’ एलौं। ओना, गाड़ीक (ट्रेनक) रस्ता चौबीसे घन्टाक अछि, मुदा अपने…
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दुर्गाक मृण्मयी मूर्ति – राजपण्डित बलदेव मिश्र
देवी-पक्ष प्रारम्भ भेल। मिथिलाक गाम-गाम दुर्गापूजाक महोत्सवक हेतु श्रद्धापूर्ण हृदयसँ उत्स्तुक अछि। घर-घर पुजा ओ पाठक जे उपक्रम होएत,…
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जितिया व्रत कथा : जीमूतवाहन कथा
जितिया व्रत कथा : गरुड़ आ जितमहान एक बेर नेमिषारण्य निवासी ऋषि लोकनि सूतजीसँ पुछलनि– हे सूतजी ! कहू…
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तिरिया–चरित्र – बोध कथा
ई बहुत पहिलुके जुग–जमानाके खिस्सा, खेरहा अइ । एकदिन एकटा अन्तहिया बटोहीे हरले–खगले, पाइनक पियासे इनारपर गेल । ओइ…
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दिदीक बिआह : रूपा धीरू (नेना-भुटकाक संवाद)
रेखा : सुनीता, तों एतेक दिनसँ इसकुल किएक नइ आबिरहल छलें ? सुनीता : एऽऽऽ, तोरा नइ बुझल छलौ…
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मैथिली लघुकथा ‘शब्दवाण’ : देवेन्द्र मिश्र
जेष्ठ नागरिक दिवस, पुस ११ क अवसरपर प्रस्तुत मैथिली लघुकथा ■ शब्दवाण बारह दिनसँ किच्छ नइँ बाजए छथि रमानन्द…
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हरि मोहन झाक कथा: पाँच पत्र
हरि मोहन झाक कथा: पाँच पत्र (1) दडि़भंगा प्रियतमे अहाँक लिखल चारि पाँती चारि सएबेर पढ़लहुँ तथापि तृप्ति नहि…
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वाह! रे आनलाइन जमाना : सुनीता झा
मोन अछि एखनहुं जे दुर्गा पूजाक अवकाश होयबासँ पूर्व गाममे सब माय, दादी, नानी अपसियाँत रहैत छलिह जे शहरमे…
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सोलकन्ह (मैथिली कथा) विभूति आनन्द
सोलकन्ह ओ कहलक- ‘आजिज हो गेली !’ – ‘से की ?’ हम पुछलियनि । – ‘सास-पुतोहुमे पटबे नै करै…
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मैथिली लघुकथा : चुगली
“सबके काज पाँच बजे समाप्त भ जाइत छै, मुदा अहाँक काज सदिखन रातिमे मात्र समाप्त होइत छै ।” ६०…
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