Story
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वाह! रे आनलाइन जमाना : सुनीता झा
मोन अछि एखनहुं जे दुर्गा पूजाक अवकाश होयबासँ पूर्व गाममे सब माय, दादी, नानी अपसियाँत रहैत छलिह जे शहरमे…
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सोलकन्ह (मैथिली कथा) विभूति आनन्द
सोलकन्ह ओ कहलक- ‘आजिज हो गेली !’ – ‘से की ?’ हम पुछलियनि । – ‘सास-पुतोहुमे पटबे नै करै…
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मैथिली लघुकथा : चुगली
“सबके काज पाँच बजे समाप्त भ जाइत छै, मुदा अहाँक काज सदिखन रातिमे मात्र समाप्त होइत छै ।” ६०…
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मैथिली लघुकथा ‘ पुत्रमोह ‘ : नन्दलाल आचार्य
● मैथिली लघुकथा : पुत्रमोह— नन्दलाल आचार्य‘ यौ सुनू न । हमर नुन्नु-बेटा तँ हमरे दिस भेल । अहाँक…
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‘जन-जनके भाषा मैथिली’ लघुुकथा “सिरहावाली”
निलम, हमर घरवाली छी ।ओना हमरा कोनो बाहरवाली नइँ छै मुदा लाेकसब पत्नीकेँ घरबाली कहै छै, त’ हमहूँ सेहए…
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मैथिली लघुकथा – ‘ललका बेल्ट’ : श्यामपृत मण्डल
पहिल मैथिली लघुकथा ~माए गै ! हमहूँ हटिया जेबै ! ~से किया रे ? नइँ जो, साँझ पैड़ गेलै,…
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कतार एयरवेजमे एक दिन : A Maithili Love Story
बात सम्भवत: एक बरख पुरान अछि।खाड़ीसँ अपन देश नेपाल जाइत रही।एक दिस गाम जएबाक अकुलाहटि रहए.. दोसर दिस टिकटके…
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लास – सुरेन्द्र लाभ ( मैथिलीमे संवेदनशील कथा लोक शेैलीमे)
– कह’ लाससुन ! जंगल मे परल परल के हन लगइ हओ ? – की किहयो ? तँहू लाश…
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अनन्त पूजा किए ? मिथिला-मधेशमे अनन्त पूजा मनाबैत…
अनन्त चतुर्दशी,जेना कि नामेसँ एकटा महत्वपूर्ण बात प्रष्ट होइ छै “अनन्त” (Infinity) वा असिमित । ई दिन कहियो अनन्त…
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हमर पार्बतीकेँ देखलहुँ ? [संस्मरण कथा]
आँखिमे कारी काजर त लगै जेना हमरा ओकर दिवाना बना देने रहैए – सम्भव त आइसँ १२ बर्ष…
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