दक्षिण कोरियाक लेखिका हान कांग २०२४ साहित्य विधामे नोबेल पुरस्कार जितने छथि।
बृहस्पतिकेँ कहलनि जे पुरान आघातके सामना करएबला आ मानव जीवनक कोमलताकेँ उजागर करयवला गहन काव्यात्मक गद्यक लेल ओ नोबेल पुरस्कार पाबने छथि।
पहिल दक्षिण कोरियन आ साहित्य पुरस्कार जीतनिहार १८म महिला हान कांग १९९३ मे साहित्य आ समाज पत्रिकामे कतेको कविताक प्रकाशनक सङ्ग अपन रचना आरम्भ कएलनि, जखन कि हुनकर गद्यमे पदार्पण १९९५ मे लघुकथा संग्रह “Love of Yeosu”क सङ्ग भेल।
हान कांग २०१६ मे अपन उपन्यास “THE VEGETARIAN” क लेल कथाक लेल मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीतलनि, जे हुनकर पहिल उपन्यास छल जकर अङ्ग्रेजीमे अनुवाद कएल गेल आ हुनका अपन प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय सफलता मानल गेल।
‘द भेजिटेरियन’
अपन पूरा लेखनमे हान कांग दुःख, हिंसा, कामुकता आ मानसिक स्वास्थ्यक विषयक खोज कएने अछि।
“द भेजिटेरियन”मे, भयानक दुःस्वप्नसँ भोगलाक बाद, एकटा कर्तव्यनिष्ठ पत्नी, योंग-हाय, सामाजिक मान्यताक विरुद्ध विद्रोह करैत, मासु छोड़ि दैत अछि आ हुनकर परिवारमे बीच चिन्ता भेल जे ओ मानसिक रूपसँ बीमार बनि गेल छथि।
“हुनक देवरद्वारा कामुक आ सौंदर्यपूर्ण रूपसँ ओकर शोषण कएल जाइत अछि, एकटा वीडियो कलाकार जे अपन निष्क्रिय देहसँ आसक्त भऽ जाइत अछि (और) … अकादमीके वर्णन अनुसार, ‘ज्वलन्त गाछसभ’क माध्यमसँ व्यक्त मनोविकृति सन स्थितिमे गहींरसँ डूबि जाइत अछि, जे एकटा वनस्पति जगतके प्रतीक अछि जे ओतेक मोहक अछि जतेक ई खतरनाक अछि।
पछिला साल प्रकाशित बुकर पुरस्कारक सङ्ग एकटा अन्तरवार्तामे, हान कांग बताैलनि जे कोना “द भेजिटेरियन”क लेखन हुनक जीवनक एकटा कठिन समय रहए, जतय ओ प्रश्न कएलनि जे उपन्यासकेँ समाप्त करबामे सक्षम हेबाक चाही या त कमसँ कम लेखकक रूपमे जीवित रही।
“हम अपन अंगुरीमे गम्भीर गठियासँ पीड़ित रही, तेँ हम पहिल दूटा भागकेँ धैर्यसँ लिखलाैँ, एकटा फेल्ट-टिप पेनक प्रयोग करैत जे कागजक पार बढ़िया जका लिखाइत रहै, आ उपन्यासके अन्तिम भाग दूटा बॉलपॉइन्ट पेनकेँ उल्टा पकड़िकेँ लिखलाैँ,” ओ कहलनि।
“आइ धरि जखन हम उपन्यासक ‘सफलता’क विषयमे सुनैत छी, त हमरा विचित्र अनुभव होइ छै।”
[समाचार: द राउटरस् ]