बारामे एक कार्यक्रम बीच जनमत पार्टीके अध्यक्ष डा. सिके राउतके टटका अभिव्यक्ति सनसनी मचेने अछि। अइ अभिव्यक्तिकेँ लकऽ सामाजिक संजालपर टिप्पणी-वार शुरू भेल अछि। ओ कहने छलाह जेँ बारामे कियो माइके लाल पैदा नइ भेल छै कि बाहरके उम्मेदवार एतऽ लड़ै लेल आएत ?बारामे हुअवला उपनिर्वाचनमे बाहरक उम्मेदवारकेँ खेहारऽ पड़त। बौद्धिक समाजद्वारा डा. राउतकेँ काफी निन्दा कएल जा रहल अछि। अइ क्रममे पूर्व सिंचाइ मन्त्री उमेश यादव समाजिक संजालक वालपर लिखैत छथि।
” भारतक संविधान निर्माता अम्बेडकर, भारतक शिर्षथ नेता वाजपेयी, शरद यादव जीसभ अपन पैत्रिक घर रहल राज्यसँ दोसर राज्यमे जाकऽ चुनावमे भाग लकऽ जितल-हारल छथि। वर्तमान भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी सेहो उतर प्रदेशसँ निर्वाचित भेल छथि त उतराखण्डमे पैत्रिक घर रहल योगी आदित्यनाथ उतर प्रदेशक मुख्यमन्त्री छथि ।
हमरा देशक प्रधानमन्त्री वर्तमान राजनैतिक परिवर्तनक मुख्य नेता, नेकपा ( माओवादी केन्द्र ) क अध्यक्ष प्रचण्ड रोल्पा, काठमाण्डू, सिरहा, चितवन आ गोर्खा जेहन महत्त्वपूर्ण जिलासँ निर्वाचित भेल साक्षी अछि। पूर्व प्रधानमन्त्री, नेपाली काङ्ग्रेसक नेता, स्व . कृष्ण प्रसाद भट्टराई पर्सासँ, मिथिला-मधेसक नेता राजेन्द्र महतो धनुषासँ प्रतिनिधित्व कएने इतिहास साक्षी अछि।
उपरोक्त कोनो ठाम सबमे कोनो आन नेता नइ भेलासँ भेल छै की ? जनयुद्ध, ऐतिहासिक जन आन्दोलन, मधेस आन्दोलन लगायत कोनो आन्दोलनमे कोनो प्रकारक भूमिका नइ रहल माननीय जीक उदण्ड भाषा महत्वहीन छै। नेपालक संविधान अनुसार योग्यता पहुँचल नेपाली नागरिक देशक कोनो निर्वाचन क्षेत्रसँ निर्वाचनमे प्रतिस्पर्धा कऽ सकबाक बात डाक्टर साहबकेँ नइ बुझल छनि की ?
भारतक निर्वाचनमे समाजवादी नेता आदर्श व्यक्तित्व डाक्टर लोहिया निर्वाचनमे पराजित भेलापर भारतीय तत्कालीन प्रधानमन्त्री नेहरु हूनकर उपस्तिथिके महत्त्व दैत प्रतिनिधित्व करबैत रहथि तहिना नेपालमे पहिल संविधानसभामे पराजित भेल माधवकुमार नेपालक महत्त्वपूर्ण उपस्थितिके ख्याल करैत वर्तमान प्रधानमन्त्री प्रचण्ड जोड़जाम ककऽ संविधानसभामे हुनका स्वागत कएने रहथि से इतिहास साक्षी रहल अछि।
वर्तमान गठबन्धनमे माओवादी उपराष्ट्रपति तियागने अछि। काइल माननीय श्री सिके राउत जसपा अध्यक्ष श्री उपेन्द्र यादवकेँ लक्षित ककऽ बारामे व्यक्त कएने टिप्पणी गैर-राजनैतिक आ खेदजनक रहल अछि। हुनकर दिशाबिहिन आ दरिद्र मानसिकतासँ संस्कारहीन राजनितिके मलजल ककऽ आ अपवाहपूर्ण प्रचारसँ किछुयो कएल जा सकैए जेहन गलत मान्यता स्थापित करबाक चेष्टा कएल जा रहल अछि।
डाक्टर राउतके निर्वाचनमे जितेबाक लेल केहन बिदेशी शक्तिसभ कोनाकऽ क्रियाशिल छल से बात सप्तरीवासीकेँ नीकजकाँ बुझा गेल छै। हँ, ओ मधेशमे देश भितर आ बाहरक शक्तिक आड़मे जे जातीय हिंसा मचाबऽ चाहैत छथि ओकर फल देर-सवेर ओ अपना सेहो चिखबे करताह। “