महन्थ ठाकुर, उपेन्द्र यादव आ डा. बाबुराम भट्टराई इहए मंगलदिनसँ जनता समाजवादी पार्टी (जसपा) क तीन अध्यक्ष बनल छथि।
ओइमध्ये संघीय परिषद अध्यक्षमे भट्टराई छथि तँ केन्द्रीय कार्यकारिणी समितिक अध्यक्षमे ठाकुर आ यादव।
एहिमध्ये के सभसँ तागतवर ?
सोमदिन आ मंगलदिन बैठल केन्द्रीय कार्यकारिणी समितिक बैठक पारित कएल विधानअनुसार संघीय परिषद् सभसँ उपरका निकाय अछि। सहए परिषद्प्रति केन्द्रीय समिति उत्तरदायी होबाक उल्लेख अछि।
ओइ हिसाबसँ डा. भट्टराई जसपाक सभसँ बेसी शक्तिशाली अध्यक्ष छथि।
मुदा, पूर्व राजपाक नेतासभ संघीय परिषद् सेरेमोनियल (सम्मानित मुदा शक्तिविहीन) संरचना भेल आ कार्यकारी अधिकार भट्टराईक सङ्ग नइँ भऽ कार्यकारिणी समितिक अध्यक्षद्वय ठाकुर आ यादवक सङ्ग रहबाक दाबी करैत अछि।
‘संघीय परिषद कार्यकारी संरचना नइँ छी,’ जसपाक एक नेता नेपालखबरकेँ कहलथि, ‘केन्द्रीय कार्यसमिति कार्यकारी संरचना छी, कार्यकारी अधिकार सेहो उपेन्द्र आ महन्थक सङ्ग अछि।’
पूर्व समाजवादीक नेतासभ कहलथि, जसपामे कोनो संरचना सेरेमोनियल नइँ रहल अछि आ सम्पूर्णके कार्यकारी अधिकार रहलक बात बतेलथि।
‘संघीय परिषद्प्रति केन्द्रीय समिति उत्तरदायी रहत कहिकऽ विधान पारित भेल अछि,’ डा. भट्टराईनिकट एक नेता कहलथि, ‘परिषद कार्यकारी संरचना अछि, एहिमे सल्लाहकार समिति, विज्ञ समिति लगायतक बहुतो निकाय समेत रहत, एहिमे के शक्तिशाली आ वरियतामे कि तर-उपर नइँ कहबाक अछि। योजना, कार्यदिशा आ नेतृत्वक हिसावसँ डा. सहाब नैनेतृत्व करताह।’
जसपाक केन्द्रीय समितिमे ८ सय १ गोटे सदस्य रहबाक व्यवस्था अछि।
संघीय परिषद् मातहत मुदा १८ सय बेसी सदस्य रहत। एहि आधारमे सेहो बढ़का संरचना संघीय परिषदक रहत ओ नेतालोकनिक तर्क अछि।
जसपाक नेता केशव झाक अनुसार संघीय परिषद एकटा अलगे संरचना छी। एहि मातहत दू हजारसँ उपर जते संख्या राखि सकबाक व्यवस्था कएल गेल अछि। केन्द्रीय सदस्य ८ सय १ रहबाक व्यवस्था अछि।
वरियतामा सेहो असमनजस :-
जसपाक तीन अध्यक्ष बाबुराम उपेन्द्रमध्ये केकर वरियता कि अछि से विषयमे सेहो नेतासभक अपन अपन धारणा रहल अछि।
डा. भट्टराईक लगक नेतासभ संघीय परिषद अध्यक्ष भट्टराई भऽ गेलाक बाद आ विधान केन्द्रीय समिति समेत परिषदप्रति उत्तरदायी होबाक व्यवस्था करबाक कारण वरियतामे भट्टराई एक नम्बरमे रहल बतेलक अछि।
ठाकुर आ यादवनिकटक नेतासभ केन्द्रीय समिति कार्यकारी संरचना रहल ठाकुर वरियतामे पहिल नम्बरमे रहल आ यादव दोसरमे रहबाक दाबी करैत अछि।
‘हमरासभक पार्टीके हरेक निर्णय केन्द्रीय समितिसँ होबाक कारण दू अध्यक्ष वरियतामे उपर छथि,’ ओ नेतासभ कहलथि।
एहि समन्धमे डा. भट्टराई स्वयं सेहो स्पष्ट जवाफ नइँ देने छथि।
मंगलदिन साँझ ट्वीट करैत भट्टराई लिखने छथि, ‘जनता समाजवादी पार्टीक महत्व कोन पदमे के छानल गेल वा केकर मर्यादाक्रम कि से लेखा-जोखा करबाक नइँ अछि! ई हिमाल, पहाड़ आ तराईक सम्पूर्ण राष्ट्रियताकेँ जोडऽ वला पार्टी छी वा नइँ ? देशक जटील भूराजनीतिकेँ सन्तुलनमे राखब वा नइँ ? सुशासन आ समतामूलक समृद्धि अनबाक अछि वा नइँ ? हमसभ आइ एक डेग आगू बढलौँ।’